فَسَلٰمٌ لَّكَ مِنْ اَصْحٰبِ الْيَمِيْنِۗ ( الواقعة: ٩١ )
Then peace
فَسَلَٰمٌ
तो सलाम है
for you;
لَّكَ
तेरे लिए
[from]
مِنْ
(कि तुम)दाऐं जानिब वालों में से हो
(the) companions
أَصْحَٰبِ
(कि तुम)दाऐं जानिब वालों में से हो
(of) the right
ٱلْيَمِينِ
(कि तुम)दाऐं जानिब वालों में से हो
Fasalamun laka min ashabi alyameeni (al-Wāqiʿah 56:91)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
तो 'सलाम है तुम्हें कि तुम सौभाग्यशाली में से हो।'
English Sahih:
Then [the angels will say], "Peace for you; [you are] from the companions of the right." ([56] Al-Waqi'ah : 91)