لَا يَسْمَعُوْنَ فِيْهَا لَغْوًا وَّلَا تَأْثِيْمًاۙ ( الواقعة: ٢٥ )
Not
لَا
ना वो सुनेंगे
they will hear
يَسْمَعُونَ
ना वो सुनेंगे
therein
فِيهَا
उसमें
vain talk
لَغْوًا
कोई लग़्व बात
and not
وَلَا
और ना
sinful (speech)
تَأْثِيمًا
कोई गुनाह की बात
La yasma'oona feeha laghwan wala tatheeman (al-Wāqiʿah 56:25)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
उसमें वे न कोई व्यर्थ बात सुनेंगे और न गुनाह की बात;
English Sahih:
They will not hear therein ill speech or commission of sin – ([56] Al-Waqi'ah : 25)