Skip to main content

وَلَحْمِ طَيْرٍ مِّمَّا يَشْتَهُوْنَۗ   ( الواقعة: ٢١ )

And (the) flesh
وَلَحْمِ
और गोश्त
(of) fowls
طَيْرٍ
परिन्दों का
of what
مِّمَّا
उसमें से जो
they desire
يَشْتَهُونَ
वो ख़्वाहिश करेंगे

Walahmi tayrin mimma yashtahoona (al-Wāqiʿah 56:21)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और पक्षी का मांस जो वे चाह;

English Sahih:

And the meat of fowl, from whatever they desire. ([56] Al-Waqi'ah : 21)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और जिस क़िस्म के परिन्दे का गोश्त उनका जी चाहे (सब मौजूद है)