Iqtarabati alssa'atu wainshaqqa alqamaru
वह घड़ी निकट और लगी और चाँद फट गया;
Wain yaraw ayatan yu'ridoo wayaqooloo sihrun mustamirrun
किन्तु हाल यह है कि यदि वे कोई निशानी देख भी लें तो टाल जाएँगे और कहेंगे, 'यह तो जादू है, पहले से चला आ रहा है!'
Wakaththaboo waittaba'oo ahwaahum wakullu amrin mustaqirrun
उन्होंने झुठलाया और अपनी इच्छाओं का अनुसरण किया; किन्तु हर मामले के लिए एक नियत अवधि है।
Walaqad jaahum mina alanbai ma feehi muzdajarun
उनके पास अतीत को ऐसी खबरें आ चुकी है, जिनमें ताड़ना अर्थात पूर्णतः तत्वदर्शीता है।
Hikmatun balighatun fama tughnee alnnuthuru
किन्तु चेतावनियाँ उनके कुछ काम नहीं आ रही है! -
Fatawalla 'anhum yawma yad'u aldda'i ila shayin nukurin
अतः उनसे रुख़ फेर लो - जिस दिन पुकारनेवाला एक अत्यन्त अप्रिय चीज़ की ओर पुकारेगा;
Khushsha'an absaruhum yakhrujoona mina alajdathi kaannahum jaradun muntashirun
वे अपनी झुकी हुई निगाहों के साथ अपनी क्रबों से निकल रहे होंगे, मानो वे बिखरी हुई टिड्डियाँ है;
Muhti'eena ila aldda'i yaqoolu alkafiroona hatha yawmun 'asirun
दौड़ पड़ने को पुकारनेवाले की ओर। इनकार करनेवाले कहेंगे, 'यह तो एक कठिन दिन है!'
Kaththabat qablahum qawmu noohin fakaththaboo 'abdana waqaloo majnoonun waizdujira
उनसे पहले नूह की क़ौम ने भी झुठलाया। उन्होंने हमारे बन्दे को झूठा ठहराया और कहा, 'यह तो दीवाना है!' और वह बुरी तरह झिड़का गया
Fada'a rabbahu annee maghloobun faintasir
अन्त में उसने अपने रब को पुकारा कि 'मैं दबा हुआ हूँ। अब तू बदला ले।'
القرآن الكريم: | القمر |
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आयत सजदा (سجدة): | - |
सूरा (latin): | Al-Qamar |
सूरा: | 54 |
कुल आयत: | 55 |
कुल शब्द: | 342 |
कुल वर्ण: | 1423 |
रुकु: | 3 |
वर्गीकरण: | मक्कन सूरा |
Revelation Order: | 37 |
से शुरू आयत: | 4846 |