وَٱلنَّجْمِ
क़सम है सितारे की
إِذَا
जब
هَوَىٰ
वो गिरे
Waalnnajmi itha hawa
गवाह है तारा, जब वह नीचे को आए
مَا
नहीं
ضَلَّ
राह भूला
صَاحِبُكُمْ
साथी तुम्हारा
وَمَا
और ना ही
غَوَىٰ
वो बहका
Ma dalla sahibukum wama ghawa
तुम्हारी साथी (मुहम्मह सल्ल॰) न गुमराह हुआ और न बहका;
وَمَا
और नहीं
يَنطِقُ
वो बोलता
عَنِ
ख़्वाहिशे नफ़्स से
ٱلْهَوَىٰٓ
ख़्वाहिशे नफ़्स से
Wama yantiqu 'ani alhawa
और न वह अपनी इच्छा से बोलता है;
إِنْ
नहीं
هُوَ
वो
إِلَّا
मगर
وَحْىٌ
एक वही
يُوحَىٰ
जो वही की जाती है
In huwa illa wahyun yooha
वह तो बस एक प्रकाशना है, जो की जा रही है
عَلَّمَهُۥ
सिखाया उसे
شَدِيدُ
बहुत ज़बरदस्त
ٱلْقُوَىٰ
क़ुव्वत वाले ने
'allamahu shadeedu alquwa
उसे बड़ी शक्तियोंवाले ने सिखाया,
ذُو
जो बड़ा ज़ोर आवर है
مِرَّةٍ
जो बड़ा ज़ोर आवर है
فَٱسْتَوَىٰ
फेर वो सीधा खड़ा हो गया
Thoo mirratin faistawa
स्थिर रीतिवाले ने।
وَهُوَ
और वो
بِٱلْأُفُقِ
किनारे पर था
ٱلْأَعْلَىٰ
बुलन्द
Wahuwa bialofuqi ala'la
अतः वह भरपूर हुआ, इस हाल में कि वह क्षितिज के उच्चतम छोर पर है
ثُمَّ
फिर
دَنَا
वो क़रीब हुआ
فَتَدَلَّىٰ
पस वो उतर आया
Thumma dana fatadalla
फिर वह निकट हुआ और उतर गया
فَكَانَ
तो वो हो गया
قَابَ
बक़द्र
قَوْسَيْنِ
दो कमानों के
أَوْ
या
أَدْنَىٰ
उससे ज़्यादा क़रीब
Fakana qaba qawsayni aw adna
अब दो कमानों के बराबर या उससे भी अधिक निकट हो गया
فَأَوْحَىٰٓ
तो उसने वही पहुँचाई
إِلَىٰ
उस(अल्लाह) के बन्दे की तरफ़
عَبْدِهِۦ
उस(अल्लाह) के बन्दे की तरफ़
مَآ
जो
أَوْحَىٰ
उसने वही पहुँचाई
Faawha ila 'abdihi ma awha
तब उसने अपने बन्दे की ओर प्रकाशना की, जो कुछ प्रकाशना की।
القرآن الكريم: | النجم |
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आयत सजदा (سجدة): | 62 |
सूरा (latin): | An-Najm |
सूरा: | 53 |
कुल आयत: | 62 |
कुल शब्द: | 360 |
कुल वर्ण: | 1405 |
रुकु: | 3 |
वर्गीकरण: | मक्कन सूरा |
Revelation Order: | 23 |
से शुरू आयत: | 4784 |