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فَذَكِّرْ فَمَآ اَنْتَ بِنِعْمَتِ رَبِّكَ بِكَاهِنٍ وَّلَا مَجْنُوْنٍۗ   ( الطور: ٢٩ )

Therefore remind
فَذَكِّرْ
पस नसीहत कीजिए
for not
فَمَآ
पस नहीं
you
أَنتَ
आप
(are) by (the) grace
بِنِعْمَتِ
फ़ज़ल से
(of) your Lord
رَبِّكَ
अपने रब के
a soothsayer
بِكَاهِنٍ
कोई काहिन
and not
وَلَا
और ना
a madman
مَجْنُونٍ
मजनून

Fathakkir fama anta bini'mati rabbika bikahin wala majnoonin (aṭ-Ṭūr 52:29)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

अतः तुम याद दिलाते रहो। अपने रब की अनुकम्पा से न तुम काहिन (ढोंगी भविष्यवक्ता) हो और न दीवाना

English Sahih:

So remind, [O Muhammad], for you are not, by the favor of your Lord, a soothsayer or a madman. ([52] At-Tur : 29)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

तो (ऐ रसूल) तुम नसीहत किए जाओ तो तुम अपने परवरदिगार के फज़ल से न काहिन हो और न मजनून किया