فَوَيْلٌ لِّلَّذِيْنَ كَفَرُوْا مِنْ يَّوْمِهِمُ الَّذِيْ يُوْعَدُوْنَ ࣖ ( الذاريات: ٦٠ )
Then woe
فَوَيْلٌ
पस हलाकत है
to those who
لِّلَّذِينَ
उनके लिए जिन्होंने
disbelieve
كَفَرُوا۟
कुफ़्र किया
from
مِن
उनके उस दिन से
their Day
يَوْمِهِمُ
उनके उस दिन से
which
ٱلَّذِى
जिसका
they are promised
يُوعَدُونَ
वो वादा दिए जाते हैं
Fawaylun lillatheena kafaroo min yawmihimu allathee yoo'adoona (aḏ-Ḏāriyāt 51:60)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
अतः इनकार करनेवालों के लिए बड़ी खराबी है, उनके उस दिन के कारण जिसकी उन्हें धमकी दी जा रही है
English Sahih:
And woe to those who have disbelieved from their Day which they are promised. ([51] Adh-Dhariyat : 60)