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فَاِنَّ لِلَّذِيْنَ ظَلَمُوْا ذَنُوْبًا مِّثْلَ ذَنُوْبِ اَصْحٰبِهِمْ فَلَا يَسْتَعْجِلُوْنِ  ( الذاريات: ٥٩ )

So indeed
فَإِنَّ
तो बेशक
for those who
لِلَّذِينَ
उनके लिए जिन्होंने
do wrong
ظَلَمُوا۟
ज़ुल्म किया
(is) a portion
ذَنُوبًا
हिस्सा है
like
مِّثْلَ
मानिन्द
(the) portion
ذَنُوبِ
हिस्से के
(of) their companions
أَصْحَٰبِهِمْ
उनके साथियों के
so let them not ask Me to hasten
فَلَا
पस ना
so let them not ask Me to hasten
يَسْتَعْجِلُونِ
वो जल्दी तलब करें मुझसे

Fainna lillatheena thalamoo thanooban mithla thanoobi ashabihim fala yasta'jiloona (aḏ-Ḏāriyāt 51:59)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

अतः जिन लोगों ने ज़ुल्म किया है उनके लिए एक नियत पैमाना है; जैसा उनके साथियों का नियत पैमाना था। अतः वे मुझसे जल्दी न मचाएँ!

English Sahih:

And indeed, for those who have wronged is a portion [of punishment] like the portion of their companions [i.e., predecessors], so let them not impatiently urge Me. ([51] Adh-Dhariyat : 59)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

तो (इन) ज़ालिमों के वास्ते भी अज़ाब का कुछ हिस्सा है जिस तरह उनके साथियों के लिए हिस्सा था तो इनको हम से जल्दी न करनी चाहिए