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مَآ اُرِيْدُ مِنْهُمْ مِّنْ رِّزْقٍ وَّمَآ اُرِيْدُ اَنْ يُّطْعِمُوْنِ   ( الذاريات: ٥٧ )

Not
مَآ
नहीं
I want
أُرِيدُ
मैं चाहता
from them
مِنْهُم
उनसे
any
مِّن
कोई रिज़्क़
provision
رِّزْقٍ
कोई रिज़्क़
and not
وَمَآ
और नहीं
I want
أُرِيدُ
मैं चाहता
that
أَن
कि
they (should) feed Me
يُطْعِمُونِ
वो खिलाऐ मुझे

Ma oreedu minhum min rizqin wama oreedu an yut'imooni (aḏ-Ḏāriyāt 51:57)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

मैं उनसे कोई रोज़ी नहीं चाहता और न यह चाहता हूँ कि वे मुझे खिलाएँ

English Sahih:

I do not want from them any provision, nor do I want them to feed Me. ([51] Adh-Dhariyat : 57)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

न तो मैं उनसे रोज़ी का तालिब हूँ और न ये चाहता हूँ कि मुझे खाना खिलाएँ