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فَمَا اسْتَطَاعُوْا مِنْ قِيَامٍ وَّمَا كَانُوْا مُنْتَصِرِيْنَۙ   ( الذاريات: ٤٥ )

Then not
فَمَا
तो ना
they were able
ٱسْتَطَٰعُوا۟
वो इस्तिताअत रखते थे
to
مِن
खड़े होने की
stand
قِيَامٍ
खड़े होने की
and not
وَمَا
और ना
they could
كَانُوا۟
थे वो
help themselves
مُنتَصِرِينَ
बदला लेने वाले

Fama istata'oo min qiyamin wama kanoo muntasireena (aḏ-Ḏāriyāt 51:45)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

फिर वे न खड़े ही हो सके और न अपना बचाव ही कर सके

English Sahih:

And they were unable to arise, nor could they defend themselves. ([51] Adh-Dhariyat : 45)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

फिर न वह उठने की ताक़त रखते थे और न बदला ही ले सकते थे