وَاسْتَمِعْ يَوْمَ يُنَادِ الْمُنَادِ مِنْ مَّكَانٍ قَرِيْبٍ ( ق: ٤١ )
And listen!
وَٱسْتَمِعْ
और ग़ौर से सुनिए
(The) Day
يَوْمَ
जिस दिन
will call
يُنَادِ
पुकारेगा
the caller
ٱلْمُنَادِ
पुकारने वाला
from
مِن
एक जगह से
a place
مَّكَانٍ
एक जगह से
near
قَرِيبٍ
क़रीब की
Waistami' yawma yunadi almunadi min makanin qareebin (Q̈āf 50:41)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
और कान लगाकर सुन लेगा जिस दिन पुकारनेवाला अत्यन्त निकट के स्थान से पुकारेगा,
English Sahih:
And listen on the Day when the Caller will call out from a place that is near – ([50] Qaf : 41)