وَكُلُوْا مِمَّا رَزَقَكُمُ اللّٰهُ حَلٰلًا طَيِّبًا ۖوَّاتَّقُوا اللّٰهَ الَّذِيْٓ اَنْتُمْ بِهٖ مُؤْمِنُوْنَ ( المائدة: ٨٨ )
And eat
وَكُلُوا۟
और खाओ
of what
مِمَّا
उसमें से जो
has provided you
رَزَقَكُمُ
रिज़्क़ दिया तुम्हें
Allah
ٱللَّهُ
अल्लाह ने
lawful
حَلَٰلًا
हलाल
good
طَيِّبًاۚ
पाकीज़ा
And fear
وَٱتَّقُوا۟
और डरो
Allah
ٱللَّهَ
अल्लाह से
the One
ٱلَّذِىٓ
वो जो
you (are)
أَنتُم
तुम
in Him
بِهِۦ
जिस पर
believers
مُؤْمِنُونَ
ईमान रखते हो
Wakuloo mimma razaqakumu Allahu halalan tayyiban waittaqoo Allaha allathee antum bihi muminoona (al-Māʾidah 5:88)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
जो कुछ अल्लाह ने हलाल और पाक रोज़ी तुम्हें ही है, उसे खाओ और अल्लाह का डर रखो, जिसपर तुम ईमान लाए हो
English Sahih:
And eat of what Allah has provided for you [which is] lawful and good. And fear Allah, in whom you are believers. ([5] Al-Ma'idah : 88)