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قَالَ اللّٰهُ اِنِّيْ مُنَزِّلُهَا عَلَيْكُمْ ۚ فَمَنْ يَّكْفُرْ بَعْدُ مِنْكُمْ فَاِنِّيْٓ اُعَذِّبُهٗ عَذَابًا لَّآ اُعَذِّبُهٗٓ اَحَدًا مِّنَ الْعٰلَمِيْنَ ࣖ   ( المائدة: ١١٥ )

Said
قَالَ
फ़रमाया
Allah
ٱللَّهُ
अल्लाह ने
"Indeed I
إِنِّى
बेशक मैं
(will) send it down
مُنَزِّلُهَا
नाज़िल करने वाला हूँ उसे
to you
عَلَيْكُمْۖ
तुम पर
then whoever
فَمَن
तो जो कोई
disbelieves
يَكْفُرْ
कुफ़्र करेगा
after (that)
بَعْدُ
बाद उसके
among you
مِنكُمْ
तुम में से
then indeed I
فَإِنِّىٓ
तो बेशक मैं
[I] will punish him
أُعَذِّبُهُۥ
मैं अज़ाब दूँगा उसे
(with) a punishment
عَذَابًا
ऐसा अज़ाब
not
لَّآ
नहीं मैं अज़ाब दूँगा वो
I have punished
أُعَذِّبُهُۥٓ
नहीं मैं अज़ाब दूँगा वो
anyone
أَحَدًا
किसी एक को
among
مِّنَ
तमाम जहान वालों में से
the worlds"
ٱلْعَٰلَمِينَ
तमाम जहान वालों में से

Qala Allahu innee munazziluha 'alaykum faman yakfur ba'du minkum fainnee o'aththibuhu 'athaban la o'aththibuhu ahadan mina al'alameena (al-Māʾidah 5:115)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

अल्लाह ने कहा, 'मैं उसे तुमपर उतारूँगा, फिर उसके पश्चात तुममें से जो कोई इनकार करेगा तो मैं अवश्य उसे ऐसी यातना दूँगा जो सम्पूर्ण संसार में किसी को न दूँगा।'

English Sahih:

Allah said, "Indeed, I will send it down to you, but whoever disbelieves afterwards from among you – then indeed will I punish him with a punishment by which I have not punished anyone among the worlds." ([5] Al-Ma'idah : 115)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

खुदा ने फरमाया मै ख्वान तो तुम पर ज़रुर नाज़िल करुगाँ (मगर याद रहे कि) फिर तुममें से जो भी शख़्श उसके बाद काफ़िर हुआ तो मै उसको यक़ीन ऐसे सख्त अज़ाब की सज़ा दूँगा कि सारी ख़ुदायी में किसी एक पर भी वैसा (सख्त) अज़ाब न करुगाँ