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يٰٓاَيُّهَا الَّذِيْنَ اٰمَنُوْا شَهَادَةُ بَيْنِكُمْ اِذَا حَضَرَ اَحَدَكُمُ الْمَوْتُ حِيْنَ الْوَصِيَّةِ اثْنٰنِ ذَوَا عَدْلٍ مِّنْكُمْ اَوْ اٰخَرٰنِ مِنْ غَيْرِكُمْ اِنْ اَنْتُمْ ضَرَبْتُمْ فِى الْاَرْضِ فَاَصَابَتْكُمْ مُّصِيْبَةُ الْمَوْتِۗ تَحْبِسُوْنَهُمَا مِنْۢ بَعْدِ الصَّلٰوةِ فَيُقْسِمٰنِ بِاللّٰهِ اِنِ ارْتَبْتُمْ لَا نَشْتَرِيْ بِهٖ ثَمَنًا وَّلَوْ كَانَ ذَا قُرْبٰىۙ وَلَا نَكْتُمُ شَهَادَةَ اللّٰهِ اِنَّآ اِذًا لَّمِنَ الْاٰثِمِيْنَ   ( المائدة: ١٠٦ )

O you
يَٰٓأَيُّهَا
ऐ लोगो जो
who
ٱلَّذِينَ
ऐ लोगो जो
believe!
ءَامَنُوا۟
ईमान लाए हो
(Take) testimony
شَهَٰدَةُ
गवाही हो
among you
بَيْنِكُمْ
तुम्हारे दर्मियान
when
إِذَا
जब
approaches
حَضَرَ
हाज़िर हो
one of you
أَحَدَكُمُ
तुम में से किसी एक को
[the] death
ٱلْمَوْتُ
मौत
(at the) time (of making)
حِينَ
वक़्त
[the] a will
ٱلْوَصِيَّةِ
वसीयत के
two
ٱثْنَانِ
दो
men
ذَوَا
अदल वालों के
just
عَدْلٍ
अदल वालों के
among you
مِّنكُمْ
तुम में से
or
أَوْ
या
two others
ءَاخَرَانِ
दो और
from
مِنْ
तुम्हारे अलावा से
other than you
غَيْرِكُمْ
तुम्हारे अलावा से
if
إِنْ
अगर
you
أَنتُمْ
तुम
(are) travel(ing)
ضَرَبْتُمْ
सफ़र कर रहे हो तुम
in
فِى
ज़मीन में
the earth
ٱلْأَرْضِ
ज़मीन में
then befalls you
فَأَصَٰبَتْكُم
फिर पहुँचे तुम्हें
calamity
مُّصِيبَةُ
मुसीबत
(of) [the] death
ٱلْمَوْتِۚ
मौत की
Detain both of them
تَحْبِسُونَهُمَا
तुम रोक लो उन दोनों को
from
مِنۢ
बाद
after
بَعْدِ
बाद
the prayer
ٱلصَّلَوٰةِ
नमाज़ के
and let them both swear
فَيُقْسِمَانِ
फिर वो दोनों क़समें खाऐं
by Allah
بِٱللَّهِ
अल्लाह की
if
إِنِ
अगर
you doubt
ٱرْتَبْتُمْ
शक करो तुम
"Not
لَا
ना हम लेंगे
"we will exchange
نَشْتَرِى
ना हम लेंगे
it for
بِهِۦ
साथ उसके
a price
ثَمَنًا
कोई क़ीमत
even if
وَلَوْ
और अगरचे
he is
كَانَ
हो वो
(of)
ذَا
रिश्तेदार
a near relative
قُرْبَىٰۙ
रिश्तेदार
and not
وَلَا
और ना
we will conceal
نَكْتُمُ
हम छुपाऐंगे
testimony
شَهَٰدَةَ
गवाही को
(of) Allah
ٱللَّهِ
अल्लाह की
Indeed, we
إِنَّآ
बेशक हम
then
إِذًا
तब
(will) surely (be) of
لَّمِنَ
अलबत्ता गुनाहगारों में से होंगे
the sinners"
ٱلْءَاثِمِينَ
अलबत्ता गुनाहगारों में से होंगे

Ya ayyuha allatheena amanoo shahadatu baynikum itha hadara ahadakumu almawtu heena alwasiyyati ithnani thawa 'adlin minkum aw akharani min ghayrikum in antum darabtum fee alardi faasabatkum museebatu almawti tahbisoonahuma min ba'di alssalati fayuqsimani biAllahi ini irtabtum la nashtaree bihi thamanan walaw kana tha qurba wala naktumu shahadata Allahi inna ithan lamina alathimeena (al-Māʾidah 5:106)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

ऐ ईमान लानेवालों! जब तुममें से किसी की मृत्यु का समय आ जाए तो वसीयत के समय तुममें से दो न्यायप्रिय व्यक्ति गवाह हों, या तुम्हारे ग़ैर लोगों में से दूसरे दो व्यक्ति गवाह बन जाएँ, यह उस समय कि यदि तुम कहीं सफ़र में गए हो और मृत्यु तुमपर आ पहुँचे। यदि तुम्हें कोई सन्देह हो तो नमाज़ के पश्चात उन दोनों को रोक लो, फिर वे दोनों अल्लाह की क़समें खाएँ कि 'हम इसके बदले कोई मूल्य स्वीकार करनेवाले नहीं हैं चाहे कोई नातेदार ही क्यों न हो और न हम अल्लाह की गवाही छिपाते है। निस्सन्देह ऐसा किया तो हम गुनाहगार ठहरेंगे।'

English Sahih:

O you who have believed, testimony [should be taken] among you when death approaches one of you at the time of bequest – [that of] two just men from among you or two others from outside if you are traveling through the land and the disaster of death should strike you. Detain them after the prayer and let them both swear by Allah if you doubt [their testimony, saying], "We will not exchange it [i.e., our oath] for a price [i.e., worldly gain], even if he should be a near relative, and we will not withhold the testimony of [i.e., ordained by] Allah. Indeed, we would then be of the sinful." ([5] Al-Ma'idah : 106)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

ऐ ईमान वालों जब तुममें से किसी (के सर) पर मौत खड़ी हो तो वसीयत के वक्त तुम (मोमिन) में से दो आदिलों की गवाही होनी ज़रुरी है और जब तुम इत्तेफाक़न कहीं का सफर करो और (सफर ही में) तुमको मौत की मुसीबत का सामना हो तो (भी) दो गवाह ग़ैर (मोमिन) सही (और) अगर तुम्हें शक़ हो तो उन दोनों को नमाज़ के बाद रोक लो फिर वह दोनों ख़ुदा की क़सम खाएँ कि हम इस (गवाही) के (ऐवज़ कुछ दाम नहीं लेंगे अगरचे हम जिसकी गवाही देते हैं हमारा अज़ीज़ ही क्यों न) हो और हम खुदा लगती गवाही न छुपाएँगे अगर ऐसा करें तो हम बेशक गुनाहगार हैं