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وَإِذَا
और जब
جَآءُوكُمْ
वो आते हैं तुम्हारे पास
قَالُوٓا۟
वो कहते हैं
ءَامَنَّا
ईमान लाए हम
وَقَد
हालाँकि तहक़ीक़
دَّخَلُوا۟
वो दाख़िल हुए थे
بِٱلْكُفْرِ
साथ कुफ़्र के
وَهُمْ
और वो
قَدْ
यक़ीनन
خَرَجُوا۟
वो निकल गए
بِهِۦۚ
साथ उसी के
وَٱللَّهُ
और अल्लाह
أَعْلَمُ
ज़्यादा जानता है
بِمَا
उसको जो
كَانُوا۟
थे वो
يَكْتُمُونَ
वो छुपाते

Waitha jaookum qaloo amanna waqad dakhaloo bialkufri wahum qad kharajoo bihi waAllahu a'lamu bima kanoo yaktumoona

जब वे (यहूदी) तुम लोगों के पास आते है तो कहते है, 'हम ईमान ले आए।' हालाँकि वे इनकार के साथ आए थे और उसी के साथ चले गए। अल्लाह भली-भाँति जानता है जो कुछ वे छिपाते है

Tafseer (तफ़सीर )

وَتَرَىٰ
और आप देखेंगे
كَثِيرًا
कसीर तादाद को
مِّنْهُمْ
उनमें से
يُسَٰرِعُونَ
वो दौड़ धूप करते हैं
فِى
गुनाह में
ٱلْإِثْمِ
गुनाह में
وَٱلْعُدْوَٰنِ
और ज़्यादती में
وَأَكْلِهِمُ
और अपने खाने में
ٱلسُّحْتَۚ
हराम को
لَبِئْسَ
अलबत्ता कितना बुरा है
مَا
जो
كَانُوا۟
थे वो
يَعْمَلُونَ
वो अमल करते

Watara katheeran minhum yusari'oona fee alithmi waal'udwani waaklihimu alssuhta labisa ma kanoo ya'maloona

तुम देखते हो कि उनमें से बहुतेरे लोग हक़ मारने, ज़्यादती करने और हरामख़ोरी में बड़ी तेज़ी दिखाते है। निश्चय ही बहुत ही बुरा है, जो वे कर रहे है

Tafseer (तफ़सीर )

لَوْلَا
क्यों नहीं
يَنْهَىٰهُمُ
रोकते उन्हें
ٱلرَّبَّٰنِيُّونَ
रब्बानी/रब वाले
وَٱلْأَحْبَارُ
और उलेमा
عَن
उनके क़ौल से
قَوْلِهِمُ
उनके क़ौल से
ٱلْإِثْمَ
गुनाह के
وَأَكْلِهِمُ
और उनके खाने से
ٱلسُّحْتَۚ
हराम को
لَبِئْسَ
अलबत्ता कितना बुरा है
مَا
जो
كَانُوا۟
थे वो
يَصْنَعُونَ
वो करते/बनाते

Lawla yanhahumu alrrabbaniyyoona waalahbaru 'an qawlihimu alithma waaklihimu alssuhta labisa ma kanoo yasna'oona

उनके सन्त और धर्मज्ञाता उन्हें गुनाह की बात बकने और हराम खाने से क्यों नहीं रोकते? निश्चय ही बहुत बुरा है जो काम वे कर रहे है

Tafseer (तफ़सीर )

وَقَالَتِ
और कहा
ٱلْيَهُودُ
यहूद ने
يَدُ
हाथ
ٱللَّهِ
अल्लाह का
مَغْلُولَةٌۚ
बँधा हुआ है
غُلَّتْ
बाँध दिए गए
أَيْدِيهِمْ
हाथ उनके
وَلُعِنُوا۟
और वो लानत किए गए
بِمَا
बवजह उसके जो
قَالُواۘ
उन्होंने कहा
بَلْ
बल्कि
يَدَاهُ
उसके दोनों हाथ
مَبْسُوطَتَانِ
दोनों खुले हुए हैं
يُنفِقُ
वो ख़र्च करता है
كَيْفَ
जिस तरह
يَشَآءُۚ
वो चाहता है
وَلَيَزِيدَنَّ
और अलबत्ता वो ज़रूर ज़्यादा कर देगा
كَثِيرًا
कसीर तादाद को
مِّنْهُم
उनमें से
مَّآ
जो कुछ
أُنزِلَ
नाज़िल किया गया
إِلَيْكَ
तरफ़ आपके
مِن
आपके रब की तरफ़ से
رَّبِّكَ
आपके रब की तरफ़ से
طُغْيَٰنًا
सरकशी में
وَكُفْرًاۚ
और कुफ़्र में
وَأَلْقَيْنَا
और डाल दी हमने
بَيْنَهُمُ
दर्मियान उनके
ٱلْعَدَٰوَةَ
अदावत
وَٱلْبَغْضَآءَ
और बुग़्ज़
إِلَىٰ
क़यामत के दिन तक
يَوْمِ
क़यामत के दिन तक
ٱلْقِيَٰمَةِۚ
क़यामत के दिन तक
كُلَّمَآ
जब कभी
أَوْقَدُوا۟
उन्होंने भड़काई
نَارًا
आग
لِّلْحَرْبِ
जंग के लिए
أَطْفَأَهَا
बुझा दिया उसे
ٱللَّهُۚ
अल्लाह ने
وَيَسْعَوْنَ
और वो दौड़ धूप करते हैं
فِى
ज़मीन में
ٱلْأَرْضِ
ज़मीन में
فَسَادًاۚ
फ़साद की
وَٱللَّهُ
और अल्लाह
لَا
नहीं वो पसंद करता
يُحِبُّ
नहीं वो पसंद करता
ٱلْمُفْسِدِينَ
फ़साद करने वालों को

Waqalati alyahoodu yadu Allahi maghloolatun ghullat aydeehim walu'inoo bima qaloo bal yadahu mabsootatani yunfiqu kayfa yashao walayazeedanna katheeran minhum ma onzila ilayka min rabbika tughyanan wakufran waalqayna baynahumu al'adawata waalbaghdaa ila yawmi alqiyamati kullama awqadoo naran lilharbi atfaaha Allahu wayas'awna fee alardi fasadan waAllahu la yuhibbu almufsideena

और यहूदी कहते है, 'अल्लाह का हाथ बँध गया है।' उन्हीं के हाथ-बँधे है, और फिटकार है उनपर, उस बकबास के कारण जो वे करते है, बल्कि उसके दोनो हाथ तो खुले हुए है। वह जिस तरह चाहता है, ख़र्च करता है। जो कुछ तुम्हारे रब की ओर से तुम्हारी ओर उतारा गया है, उससे अवश्य ही उनके अधिकतर लोगों की सरकशी और इनकार ही में अभिवृद्धि होगी। और हमने उनके बीच क़ियामत तक के लिए शत्रुता और द्वेष डाल दिया है। वे जब भी युद्ध की आग भड़काते है, अल्लाह उसे बुझा देता है। वे धरती में बिगाड़ फैलाने के लिए प्रयास कर रहे है, हालाँकि अल्लाह बिगाड़ फैलानेवालों को पसन्द नहीं करता

Tafseer (तफ़सीर )

وَلَوْ
और अगर
أَنَّ
बेशक
أَهْلَ
अहले किताब
ٱلْكِتَٰبِ
अहले किताब
ءَامَنُوا۟
ईमान लाते
وَٱتَّقَوْا۟
और तक़वा करते
لَكَفَّرْنَا
अलबत्ता दूर कर देते हम
عَنْهُمْ
उनसे
سَيِّـَٔاتِهِمْ
बुराईयाँ उनकी
وَلَأَدْخَلْنَٰهُمْ
और अलबत्ता हम दाख़िल करते उन्हें
جَنَّٰتِ
बाग़ों में
ٱلنَّعِيمِ
नेअमतों वाले

Walaw anna ahla alkitabi amanoo waittaqaw lakaffarna 'anhum sayyiatihim walaadkhalnahum jannati alnna'eemi

और यदि किताबवाले ईमान लाते और (अल्लाह का) डर रखते तो हम उनकी बुराइयाँ उनसे दूर कर देते और उन्हें नेमत भरी जन्नतों में दाख़िल कर देते

Tafseer (तफ़सीर )

وَلَوْ
और अगर
أَنَّهُمْ
बेशक वो
أَقَامُوا۟
क़ायम करते
ٱلتَّوْرَىٰةَ
तौरात को
وَٱلْإِنجِيلَ
और इन्जील को
وَمَآ
और जो
أُنزِلَ
नाज़िल किया गया
إِلَيْهِم
तरफ़ उनके
مِّن
उनके रब की तरफ़ से
رَّبِّهِمْ
उनके रब की तरफ़ से
لَأَكَلُوا۟
अलबत्ता वो खाते
مِن
अपने ऊपर से
فَوْقِهِمْ
अपने ऊपर से
وَمِن
और नीचे से
تَحْتِ
और नीचे से
أَرْجُلِهِمۚ
अपने पाँव के
مِّنْهُمْ
उनमें से
أُمَّةٌ
एक गिरोह
مُّقْتَصِدَةٌۖ
मयाना रु है
وَكَثِيرٌ
और बहुत से
مِّنْهُمْ
उनमें से
سَآءَ
बहुत बुरा है
مَا
जो
يَعْمَلُونَ
वो अमल करते हैं

Walaw annahum aqamoo alttawrata waalinjeela wama onzila ilayhim min rabbihim laakaloo min fawqihim wamin tahti arjulihim minhum ommatun muqtasidatun wakatheerun minhum saa ma ya'maloona

और यदि वे तौरात और इनजील को और जो कुछ उनके रब की ओर से उनकी ओर उतारा गया है, उसे क़ायम रखते, तो उन्हें अपने ऊपर से भी खाने को मिलता और अपने पाँव के नीचे से भी। उनमें से एक गिरोह सीधे मार्ग पर चलनेवाला भी है, किन्तु उनमें से अधिकतर ऐसे है कि जो भी करते है बुरा होता है

Tafseer (तफ़सीर )

يَٰٓأَيُّهَا
ٱلرَّسُولُ
रसूल
بَلِّغْ
पहुँचा दीजिए
مَآ
जो
أُنزِلَ
नाज़िल किया गया
إِلَيْكَ
तरफ़ आपके
مِن
आपके रब की तरफ़ से
رَّبِّكَۖ
आपके रब की तरफ़ से
وَإِن
और अगर
لَّمْ
ना
تَفْعَلْ
आपने किया (ऐसा)
فَمَا
तो नहीं
بَلَّغْتَ
पहुँचाया आपने
رِسَالَتَهُۥۚ
पैग़ाम उसका
وَٱللَّهُ
और अल्लाह
يَعْصِمُكَ
वो बचाएगा आपको
مِنَ
लोगों से
ٱلنَّاسِۗ
लोगों से
إِنَّ
बेशक
ٱللَّهَ
अल्लाह
لَا
नहीं हिदायत देता
يَهْدِى
नहीं हिदायत देता
ٱلْقَوْمَ
उस क़ौम को
ٱلْكَٰفِرِينَ
जो काफ़िर है

Ya ayyuha alrrasoolu balligh ma onzila ilayka min rabbika wain lam taf'al fama ballaghta risalatahu waAllahu ya'simuka mina alnnasi inna Allaha la yahdee alqawma alkafireena

ऐ रसूल! तुम्हारे रब की ओर से तुम पर जो कुछ उतारा गया है, उसे पहुँचा दो। यदि ऐसा न किया तो तुमने उसका सन्देश नहीं पहुँचाया। अल्लाह तुम्हें लोगों (की बुराइयों) से बचाएगा। निश्चय ही अल्लाह इनकार करनेवाले लोगों को मार्ग नहीं दिखाता

Tafseer (तफ़सीर )

قُلْ
कह दीजिए
يَٰٓأَهْلَ
ऐ अहले किताब
ٱلْكِتَٰبِ
ऐ अहले किताब
لَسْتُمْ
नहीं हो तुम
عَلَىٰ
किसी चीज़ पर
شَىْءٍ
किसी चीज़ पर
حَتَّىٰ
यहाँ तक कि
تُقِيمُوا۟
तुम क़ायम करो
ٱلتَّوْرَىٰةَ
तौरात को
وَٱلْإِنجِيلَ
और इन्जील को
وَمَآ
और जो
أُنزِلَ
नाज़िल किया गया
إِلَيْكُم
तरफ़ तुम्हारे
مِّن
तुम्हारे रब की तरफ़ से
رَّبِّكُمْۗ
तुम्हारे रब की तरफ़ से
وَلَيَزِيدَنَّ
और अलबत्ता वो ज़रूर ज़्यादा कर देगा
كَثِيرًا
कसीर तादाद को
مِّنْهُم
उनमें से
مَّآ
जो कुछ
أُنزِلَ
नाज़िल किया गया
إِلَيْكَ
तरफ़ आपके
مِن
आपके रब की तरफ़ से
رَّبِّكَ
आपके रब की तरफ़ से
طُغْيَٰنًا
सरकशी में
وَكُفْرًاۖ
और कुफ़्र में
فَلَا
पस ना
تَأْسَ
आप अफ़सोस कीजिए
عَلَى
इस क़ौम पर
ٱلْقَوْمِ
इस क़ौम पर
ٱلْكَٰفِرِينَ
जो काफ़िर है

Qul ya ahla alkitabi lastum 'ala shayin hatta tuqeemoo alttawrata waalinjeela wama onzila ilaykum min rabbikum walayazeedanna katheeran minhum ma onzila ilayka min rabbika tughyanan wakufran fala tasa 'ala alqawmi alkafireena

कह दो, ॅ'ऐ किताबवालो! तुम किसी भी चीज़ पर नहीं हो, जब तक कि तौरात और इनजील को और जो कुछ तुम्हारे रब की ओर से तुम्हारी ओर अवतरित हुआ है, उसे क़ायम न रखो।' किन्तु (ऐ नबी!) तुम्हारे रब की ओर से तुम्हारी ओर जो कुछ अवतरित हुआ है, वह अवश्य ही उनमें से बहुतों की सरकशी और इनकार में अभिवृद्धि करनेवाला है। अतः तुम इनकार करनेवाले लोगों की दशा पर दुखी न होना

Tafseer (तफ़सीर )

إِنَّ
बेशक
ٱلَّذِينَ
वो जो
ءَامَنُوا۟
ईमान लाए
وَٱلَّذِينَ
और जो
هَادُوا۟
यहूदी बन गए
وَٱلصَّٰبِـُٔونَ
और जो साबी हैं
وَٱلنَّصَٰرَىٰ
और जो नसारा हैं
مَنْ
जो कोई
ءَامَنَ
ईमान लाया
بِٱللَّهِ
अल्लाह पर
وَٱلْيَوْمِ
और आख़िरी दिन पर
ٱلْءَاخِرِ
और आख़िरी दिन पर
وَعَمِلَ
और उसने अमल किए
صَٰلِحًا
नेक
فَلَا
तो ना
خَوْفٌ
कोई खौफ़ होगा
عَلَيْهِمْ
उन पर
وَلَا
और ना
هُمْ
वो
يَحْزَنُونَ
वो ग़मगीन होंगे

Inna allatheena amanoo waallatheena hadoo waalssabioona waalnnasara man amana biAllahi waalyawmi alakhiri wa'amila salihan fala khawfun 'alayhim wala hum yahzanoona

निस्संदेह वे लोग जो ईमान लाए है और जो यहूदी हुए है और साबई और ईसाई, उनमें से जो कोई भी अल्लाह और अन्तिम दिन पर ईमान लाए और अच्छा कर्म करे तो ऐसे लोगों को न तो कोई डर होगा और न वे शोकाकुल होंगे

Tafseer (तफ़सीर )

لَقَدْ
अलबत्ता तहक़ीक़
أَخَذْنَا
लिया हमने
مِيثَٰقَ
पुख़्ता अहद
بَنِىٓ
बनी इस्राईल से
إِسْرَٰٓءِيلَ
बनी इस्राईल से
وَأَرْسَلْنَآ
और भेजे हमने
إِلَيْهِمْ
तरफ़ उनके
رُسُلًاۖ
कई रसूल
كُلَّمَا
जब कभी
جَآءَهُمْ
आया उनके पास
رَسُولٌۢ
कोई रसूल
بِمَا
साथ उसके जो
لَا
नहीं चाहते थे
تَهْوَىٰٓ
नहीं चाहते थे
أَنفُسُهُمْ
नफ़्स उनके
فَرِيقًا
एक गिरोह को
كَذَّبُوا۟
उन्होंने झुठलाया
وَفَرِيقًا
और एक गिरोह को
يَقْتُلُونَ
वो क़त्ल करते थे

Laqad akhathna meethaqa banee israeela waarsalna ilayhim rusulan kullama jaahum rasoolun bima la tahwa anfusuhum fareeqan kaththaboo wafareeqan yaqtuloona

हमने इसराईल की सन्तान से दृढ़ वचन लिया और उनकी ओर रसूल भेजे। उनके पास जब भी कोई रसूल वह कुछ लेकर आया जो उन्हें पसन्द न था, तो कितनों को तो उन्होंने झुठलाया और कितनों की हत्या करने लगे

Tafseer (तफ़सीर )