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فَكَيْفَ اِذَا تَوَفَّتْهُمُ الْمَلٰۤىِٕكَةُ يَضْرِبُوْنَ وُجُوْهَهُمْ وَاَدْبَارَهُمْ   ( محمد: ٢٧ )

Then how
فَكَيْفَ
तो क्या होगा
when
إِذَا
जब
take them in death
تَوَفَّتْهُمُ
फ़ौत करेंगे उन्हें
the Angels
ٱلْمَلَٰٓئِكَةُ
फ़रिश्ते
striking
يَضْرِبُونَ
वो मारेंगे
their faces
وُجُوهَهُمْ
उनके चेहरों को
and their backs?
وَأَدْبَٰرَهُمْ
और उनकी पीठों को

Fakayfa itha tawaffathumu almalaikatu yadriboona wujoohahum waadbarahum (Muḥammad 47:27)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

फिर उस समय क्या हाल होगा जब फ़रिश्तें उनके चहरों और उनकी पीठों पर मारते हुए उनकी रूह क़ब्ज़ करेंगे?

English Sahih:

Then how [will it be] when the angels take them in death, striking their faces and their backs? ([47] Muhammad : 27)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

तो जब फ़रिश्तें उनकी जान निकालेंगे उस वक्त उनका क्या हाल होगा कि उनके चेहरों पर और उनकी पुश्त पर मारते जाएँगे