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فَهَلْ عَسَيْتُمْ اِنْ تَوَلَّيْتُمْ اَنْ تُفْسِدُوْا فِى الْاَرْضِ وَتُقَطِّعُوْٓا اَرْحَامَكُمْ   ( محمد: ٢٢ )

Then would
فَهَلْ
तो क्या
you perhaps
عَسَيْتُمْ
उम्मीद है तुमसे
if
إِن
कि अगर
you are given authority
تَوَلَّيْتُمْ
हाकिम बन जाओ तुम
that
أَن
ये कि
you cause corruption
تُفْسِدُوا۟
तुम फ़साद करो
in
فِى
ज़मीन में
the earth
ٱلْأَرْضِ
ज़मीन में
and cut off
وَتُقَطِّعُوٓا۟
और तुम काटो
your ties of kinship
أَرْحَامَكُمْ
अपने रिश्तों को

Fahal 'asaytum in tawallaytum an tufsidoo fee alardi watuqatti'oo arhamakum (Muḥammad 47:22)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

यदि तुम उल्टे फिर गए तो क्या तुम इससे निकट हो कि धरती में बिगाड़ पैदा करो और अपने नातों-रिश्तों को काट डालो?

English Sahih:

So would you perhaps, if you turned away, cause corruption on earth and sever your [ties of] relationship? ([47] Muhammad : 22)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

(मुनाफ़िक़ों) क्या तुमसे कुछ दूर है कि अगर तुम हाक़िम बनो तो रूए ज़मीन में फसाद फैलाने और अपने रिश्ते नातों को तोड़ने लगो ये वही लोग हैं जिन पर ख़ुदा ने लानत की है