فَلَمَّا رَاَوْهُ عَارِضًا مُّسْتَقْبِلَ اَوْدِيَتِهِمْ قَالُوْا هٰذَا عَارِضٌ مُّمْطِرُنَا ۗبَلْ هُوَ مَا اسْتَعْجَلْتُمْ بِهٖ ۗرِيْحٌ فِيْهَا عَذَابٌ اَلِيْمٌۙ ( الأحقاف: ٢٤ )
Falamma raawhu 'aridan mustaqbila awdiyatihim qaloo hatha 'aridun mumtiruna bal huwa ma ista'jaltum bihi reehun feeha 'athabun aleemun (al-ʾAḥq̈āf 46:24)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
फिर जब उन्होंने उसे बादल के रूप में देखा, जिसका रुख़ उनकी घाटियों की ओर था, तो वे कहने लगे, 'यह बादल है जो हमपर बरसनेवाला है!' 'नहीं, बल्कि यह तो वही चीज़ है जिसके लिए तुमने जल्दी मचा रखी थी। - यह वायु है जिसमें दुखद यातना है
English Sahih:
And when they saw it as a cloud approaching their valleys, they said, "This is a cloud bringing us rain!" Rather, it is that for which you were impatient: a wind, within it a painful punishment, ([46] Al-Ahqaf : 24)