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فَلِلّٰهِ الْحَمْدُ رَبِّ السَّمٰوٰتِ وَرَبِّ الْاَرْضِ رَبِّ الْعٰلَمِيْنَ  ( الجاثية: ٣٦ )

Then for Allah
فَلِلَّهِ
पस अल्लाह ही के लिए है
(is) all the praise
ٱلْحَمْدُ
सब तारीफ़
(the) Lord
رَبِّ
जो रब है
(of) the heavens
ٱلسَّمَٰوَٰتِ
आसमानों का
and (the) Lord
وَرَبِّ
और रब है
(of) the earth
ٱلْأَرْضِ
ज़मीन का
(the) lord
رَبِّ
जो रब है
(of) the worlds
ٱلْعَٰلَمِينَ
तमाम जहानों का

Falillahi alhamdu rabbi alssamawati warabbi alardi rabbi al'alameena (al-Jāthiyah 45:36)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

अतः सारी प्रशंसा अल्लाह ही के लिए है जो आकाशों का रब और घरती का रब, सारे संसार का रब है

English Sahih:

Then, to Allah belongs [all] praise – Lord of the heavens and Lord of the earth, Lord of the worlds. ([45] Al-Jathiyah : 36)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

पस सब तारीफ ख़ुदा ही के लिए सज़ावार है जो सारे आसमान का मालिक और ज़मीन का मालिक (ग़रज़) सारे जहॉन का मालिक है