وَبَدَا لَهُمْ سَيِّاٰتُ مَا عَمِلُوْا وَحَاقَ بِهِمْ مَّا كَانُوْا بِهٖ يَسْتَهْزِءُوْنَ ( الجاثية: ٣٣ )
And (will) appear
وَبَدَا
और ज़ाहिर हो जाऐंगी
to them
لَهُمْ
उनके लिए
(the) evil
سَيِّـَٔاتُ
बुराइयाँ
(of) what
مَا
उनकी जो
they did
عَمِلُوا۟
उन्होंने अमल किए
and (will) envelop
وَحَاقَ
और घेर लेगा
them
بِهِم
उन्हें
what
مَّا
वो जो
they used
كَانُوا۟
थे वो
[at it]
بِهِۦ
जिसका
(to) mock
يَسْتَهْزِءُونَ
वो मज़ाक़ उड़ाया करते
Wabada lahum sayyiatu ma 'amiloo wahaqa bihim ma kanoo bihi yastahzioona (al-Jāthiyah 45:33)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
और जो कुछ वे करते रहे उसकी बुराइयाँ उनपर प्रकट हो गई और जिस चीज़ का वे परिहास करते थे उसी ने उन्हें आ घेरा
English Sahih:
And the evil consequences of what they did will appear to them, and they will be enveloped by what they used to ridicule. ([45] Al-Jathiyah : 33)