تَنْزِيْلُ الْكِتٰبِ مِنَ اللّٰهِ الْعَزِيْزِ الْحَكِيْمِ ( الجاثية: ٢ )
(The) revelation
تَنزِيلُ
नाज़िल करना है
(of) the Book
ٱلْكِتَٰبِ
किताब का
(is) from
مِنَ
अल्लाह की तरफ़ से
Allah
ٱللَّهِ
अल्लाह की तरफ़ से
the All-Mighty
ٱلْعَزِيزِ
जो बहुत ज़बरदस्त है
the All-Wise
ٱلْحَكِيمِ
ख़ूब हिकमत वाला है
Tanzeelu alkitabi mina Allahi al'azeezi alhakeemi (al-Jāthiyah 45:2)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
इस किताब का अवतरण अल्लाह की ओर से है, जो अत्यन्त प्रभुत्वशाली, तत्वदर्शी है। -
English Sahih:
The revelation of the Book is from Allah, the Exalted in Might, the Wise. ([45] Al-Jathiyah : 2)