۞ قٰلَ اَوَلَوْ جِئْتُكُمْ بِاَهْدٰى مِمَّا وَجَدْتُّمْ عَلَيْهِ اٰبَاۤءَكُمْۗ قَالُوْٓا اِنَّا بِمَآ اُرْسِلْتُمْ بِهٖ كٰفِرُوْنَ ( الزخرف: ٢٤ )
Qala awalaw jitukum biahda mimma wajadtum 'alayhi abaakum qaloo inna bima orsiltum bihi kafiroona (az-Zukhruf 43:24)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
उसने कहा, 'क्या यदि मैं उससे उत्तम मार्गदर्शन लेकर आया हूँ, जिसपर तूने अपने बाप-दादा को पाया है, तब भी (तुम अपने बाप-दादा के पद-चिह्मों का ही अनुसरण करोगं)?' उन्होंने कहा, 'तुम्हें जो कुछ देकर भेजा गया है, हम तो उसका इनकार करते है।'
English Sahih:
[Each warner] said, "Even if I brought you better guidance than that [religion] upon which you found your fathers?" They said, "Indeed we, in that with which you were sent, are disbelievers." ([43] Az-Zukhruf : 24)
1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi
(इस पर) उनके पैग़म्बर ने कहा भी जिस तरीक़े पर तुमने अपने बाप दादाओं को पाया अगरचे मैं तुम्हारे पास इससे बेहतर राहे रास्त पर लाने वाला दीन लेकर आया हूँ (तो भी न मानोगे) वह बोले (कुछ हो मगर) हम तो उस दीन को जो तुम देकर भेजे गए हो मानने वाले नहीं