Waalkitabi almubeeni
गवाह है स्पष्ट किताब
Inna ja'alnahu quranan 'arabiyyan la'allakum ta'qiloona
हमने उसे अरबी क़ुरआन बनाया, ताकि तुम समझो
Wainnahu fee ommi alkitabi ladayna la'aliyyun hakeemun
और निश्चय ही वह मूल किताब में अंकित है, हमारे यहाँ बहुच उच्च कोटि की, तत्वदर्शिता से परिपूर्ण है
Afanadribu 'ankumu alththikra safhan an kuntum qawman musrifeena
क्या इसलिए कि तुम मर्यादाहीन लोग हो, हम तुमपर से बिलकुल ही नज़र फेर लेंगे?
Wakam arsalna min nabiyyin fee alawwaleena
हमने पहले के लोगों में कितने ही रसूल भेजे
Wama yateehim min nabiyyin illa kanoo bihi yastahzioona
किन्तु जो भी नबी उनके पास आया, वे उसका परिहास ही करते रहे
Faahlakna ashadda minhum batshan wamada mathalu alawwaleena
अन्ततः हमने उनको पकड़ में लेकर विनष्ट कर दिया जो उनसे कहीं अधिक बलशाली थे। और पहले के लोगों की मिसाल गुज़र-चुकी है
Walain saaltahum man khalaqa alssamawati waalarda layaqoolunna khalaqahunna al'azeezu al'aleemu
यदि तुम उनसे पूछो कि 'आकाशों और धरती को किसने पैदा किया?' तो वे अवश्य कहेंगे, 'उन्हें अत्यन्त प्रभुत्वशाली, सर्वज्ञ सत्ता ने पैदा किया।'
Allathee ja'ala lakumu alarda mahdan waja'ala lakum feeha subulan la'allakum tahtadoona
जिसने तुम्हारे लिए धरती को गहवारा बनाया औऱ उसमें तुम्हारे लिए मार्ग बना दिए. ताकि तुम्हें मार्गदर्शन प्राप्त हो
القرآن الكريم: | الزخرف |
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आयत सजदा (سجدة): | - |
सूरा (latin): | Az-Zukhruf |
सूरा: | 43 |
कुल आयत: | 89 |
कुल शब्द: | - |
कुल वर्ण: | 3400 |
रुकु: | 7 |
वर्गीकरण: | मक्कन सूरा |
Revelation Order: | 63 |
से शुरू आयत: | 4325 |