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قُلْ اِنَّمَآ اَنَا۟ بَشَرٌ مِّثْلُكُمْ يُوْحٰىٓ اِلَيَّ اَنَّمَآ اِلٰهُكُمْ اِلٰهٌ وَّاحِدٌ فَاسْتَقِيْمُوْٓا اِلَيْهِ وَاسْتَغْفِرُوْهُ ۗوَوَيْلٌ لِّلْمُشْرِكِيْنَۙ   ( فصلت: ٦ )

Say
قُلْ
कह दीजिए
"Only
إِنَّمَآ
बेशक
I am
أَنَا۠
मैं
a man
بَشَرٌ
एक इन्सान हूँ
like you
مِّثْلُكُمْ
तुम जैसा
it is revealed
يُوحَىٰٓ
वही की जाती है
to me
إِلَىَّ
मेरी तरफ़
that
أَنَّمَآ
बेशक
your god
إِلَٰهُكُمْ
इलाह तुम्हारा
(is) God
إِلَٰهٌ
इलाह है
One;
وَٰحِدٌ
एक ही
so take a Straight Path
فَٱسْتَقِيمُوٓا۟
पस सीधे रहो
to Him
إِلَيْهِ
तरफ़ उसके
and ask His forgiveness"
وَٱسْتَغْفِرُوهُۗ
और बख़्शिश माँगो उससे
And woe
وَوَيْلٌ
और हलाकत है
to the polytheists
لِّلْمُشْرِكِينَ
मुशरिकों के लिए

Qul innama ana basharun mithlukum yooha ilayya annama ilahukum ilahun wahidun faistaqeemoo ilayhi waistaghfiroohu wawaylun lilmushrikeena (Fuṣṣilat 41:6)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

कह दो, 'मैं तो तुम्हीं जैसा मनुष्य हूँ। मेरी ओर प्रकाशना की जाती है कि तुम्हारा पूज्य-प्रभु बस अकेला पूज्य-प्रभु है। अतः तुम सीधे उसी का रुख करो और उसी से क्षमा-याचना करो - साझी ठहरानेवालों के लिए तो बड़ी तबाही है,

English Sahih:

Say, [O Muhammad], "I am only a man like you to whom it has been revealed that your god is but one God; so take a straight course to Him and seek His forgiveness." And woe to those who associate others with Allah ([41] Fussilat : 6)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

(ऐ रसूल) कह दो कि मैं भी बस तुम्हारा ही सा आदमी हूँ (मगर फ़र्क ये है कि) मुझ पर 'वही' आती है कि तुम्हारा माबूद बस (वही) यकता ख़ुदा है तो सीधे उसकी तरफ मुतावज्जे रहो और उसी से बख़शिश की दुआ माँगो, और मुशरेकों पर अफसोस है