وَقَالَ الَّذِيْنَ كَفَرُوْا رَبَّنَآ اَرِنَا الَّذَيْنِ اَضَلّٰنَا مِنَ الْجِنِّ وَالْاِنْسِ نَجْعَلْهُمَا تَحْتَ اَقْدَامِنَا لِيَكُوْنَا مِنَ الْاَسْفَلِيْنَ ( فصلت: ٢٩ )
And (will) say
وَقَالَ
और कहेंगे
those who
ٱلَّذِينَ
वो जिन्होंने
disbelieve
كَفَرُوا۟
कुफ़्र किया
"Our Lord!
رَبَّنَآ
ऐ हमारे रब
Show us
أَرِنَا
दिखा हमें
those who
ٱلَّذَيْنِ
वो दोनों जिन्होंने
misled us
أَضَلَّانَا
भटकाया हमें
of
مِنَ
जिन्नों में से
the jinn
ٱلْجِنِّ
जिन्नों में से
and the men
وَٱلْإِنسِ
और इन्सानों में से
(so) we may put them
نَجْعَلْهُمَا
हम कर दें उन दोनों को
under
تَحْتَ
नीचे
our feet
أَقْدَامِنَا
अपने क़दमों के
that they be
لِيَكُونَا
ताकि वो दोनों हो जाऐं
of
مِنَ
सबसे निचलों में से
the lowest"
ٱلْأَسْفَلِينَ
सबसे निचलों में से
Waqala allatheena kafaroo rabbana arina allathayni adallana mina aljinni waalinsi naj'alhuma tahta aqdamina liyakoona mina alasfaleena (Fuṣṣilat 41:29)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
और जिन लोगों ने इनकार किया वे कहेंगे, 'ऐ हमारे रब! हमें दिखा दे उन जिन्नों और मनुष्यों को, जिन्होंने हमको पथभ्रष़्ट किया कि हम उन्हें अपने पैरों तले डाल दे ताकि वे सबसे नीचे जा पड़े
English Sahih:
And those who disbelieved will [then] say, "Our Lord, show us those who misled us of the jinn and men [so] we may put them under our feet that they will be among the lowest." ([41] Fussilat : 29)