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فَاَمَّا عَادٌ فَاسْتَكْبَرُوْا فِى الْاَرْضِ بِغَيْرِ الْحَقِّ وَقَالُوْا مَنْ اَشَدُّ مِنَّا قُوَّةً ۗ اَوَلَمْ يَرَوْا اَنَّ اللّٰهَ الَّذِيْ خَلَقَهُمْ هُوَ اَشَدُّ مِنْهُمْ قُوَّةً ۗ وَكَانُوْا بِاٰيٰتِنَا يَجْحَدُوْنَ  ( فصلت: ١٥ )

Then as for
فَأَمَّا
तो रहे
Aad
عَادٌ
आद
they were arrogant
فَٱسْتَكْبَرُوا۟
पस उन्होंने तकब्बुर किया
in
فِى
ज़मीन में
the earth
ٱلْأَرْضِ
ज़मीन में
without
بِغَيْرِ
बग़ैर
[the] right
ٱلْحَقِّ
हक़ के
and they said
وَقَالُوا۟
और उन्होंने कहा
"Who
مَنْ
कौन
(is) mightier
أَشَدُّ
ज़्यादा शदीद है
than us
مِنَّا
हमसे
(in) strength?"
قُوَّةًۖ
क़ुव्वत में
Do not
أَوَلَمْ
क्या भला नहीं
they see
يَرَوْا۟
उन्होंने देखा
that
أَنَّ
बेशक
Allah
ٱللَّهَ
अल्लाह
the One Who
ٱلَّذِى
वो है जिसने
created them
خَلَقَهُمْ
पैदा किया उन्हें
He
هُوَ
वो
(is) Mightier
أَشَدُّ
ज़्यादा शदीद है
than them
مِنْهُمْ
उनसे
(in) strength?
قُوَّةًۖ
क़ुव्वत में
But they used (to)
وَكَانُوا۟
और थे वो
in Our Signs
بِـَٔايَٰتِنَا
हमारी आयात का
deny
يَجْحَدُونَ
वो इन्कार करते

Faamma 'adun faistakbaroo fee alardi bighayri alhaqqi waqaloo man ashaddu minna quwwatan awalam yaraw anna Allaha allathee khalaqahum huwa ashaddu minhum quwwatan wakanoo biayatina yajhadoona (Fuṣṣilat 41:15)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

रहे आद, तो उन्होंने नाहक़ धरती में घमंड किया और कहा, 'कौन हमसे शक्ति में बढ़कर है?' क्या उन्होंने नहीं देखा कि अल्लाह, जिसने उन्हें पैदा किया, वह उनसे शक्ति में बढ़कर है? वे तो हमारी आयतों का इनकार ही करते रहे

English Sahih:

As for Aad, they were arrogant upon the earth without right and said, "Who is greater than us in strength?" Did they not consider that Allah who created them was greater than them in strength? But they were rejecting Our signs. ([41] Fussilat : 15)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

तो आद नाहक़ रूए ज़मीन में ग़ुरूर करने लगे और कहने लगे कि हम से बढ़ के क़ूवत में कौन है, क्या उन लोगों ने इतना भी ग़ौर न किया कि ख़ुदा जिसने उनको पैदा किया है वह उनसे क़ूवत में कहीं बढ़ के है, ग़रज़ वह लोग हमारी आयतों से इन्कार ही करते रहे