فَلَمَّا رَاَوْا بَأْسَنَاۗ قَالُوْٓا اٰمَنَّا بِاللّٰهِ وَحْدَهٗ وَكَفَرْنَا بِمَا كُنَّا بِهٖ مُشْرِكِيْنَ ( غافر: ٨٤ )
So when
فَلَمَّا
फिर जब
they saw
رَأَوْا۟
उन्होंने देखा
Our punishment
بَأْسَنَا
अज़ाब हमारा
they said
قَالُوٓا۟
उन्होंने कहा
"We believe
ءَامَنَّا
ईमान लाए हम
in Allah
بِٱللَّهِ
अल्लाह पर
Alone
وَحْدَهُۥ
अकेले उसी पर
and we disbelieve
وَكَفَرْنَا
और इन्कार किया हमने
in what
بِمَا
उनका जिन्हें
we used (to)
كُنَّا
थे हम
with Him
بِهِۦ
साथ उसके
associate"
مُشْرِكِينَ
शरीक करते
Falamma raaw basana qaloo amanna biAllahi wahdahu wakafarna bima kunna bihi mushrikeena (Ghāfir 40:84)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
फिर जब उन्होंने हमारी यातना देखी तो कहने लगे, 'हम ईमान लाए अल्लाह पर जो अकेला है और उसका इनकार किया जिसे हम उसका साझी ठहराते थे।'
English Sahih:
And when they saw Our punishment, they said, "We believe in Allah alone and disbelieve in that which we used to associate with Him." ([40] Ghafir : 84)