ذٰلِكَ بِاَنَّهُمْ كَانَتْ تَّأْتِيْهِمْ رُسُلُهُمْ بِالْبَيِّنٰتِ فَكَفَرُوْا فَاَخَذَهُمُ اللّٰهُ ۗاِنَّهٗ قَوِيٌّ شَدِيْدُ الْعِقَابِ ( غافر: ٢٢ )
That
ذَٰلِكَ
ये
(was) because [they]
بِأَنَّهُمْ
बवजह उसके कि वो
used to come to them
كَانَت
थे
used to come to them
تَّأْتِيهِمْ
आते उनके पास
their Messengers
رُسُلُهُم
रसूल उनके
with clear proofs
بِٱلْبَيِّنَٰتِ
साथ वाज़ेह दलाइल के
but they disbelieved
فَكَفَرُوا۟
तो उन्होंने इन्कार किया
So Allah seized them
فَأَخَذَهُمُ
फिर पकड़ लिया उन्हें
So Allah seized them
ٱللَّهُۚ
अल्लाह ने
Indeed, He
إِنَّهُۥ
बेशक वो
(is) All-Strong
قَوِىٌّ
बहुत क़ुव्वत वाला है
severe
شَدِيدُ
सख़्त
(in) punishment
ٱلْعِقَابِ
सज़ा वाला है
Thalika biannahum kanat tateehim rusuluhum bialbayyinati fakafaroo faakhathahumu Allahu innahu qawiyyun shadeedu al'iqabi (Ghāfir 40:22)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
वह (बुरा परिणाम) तो इसलिए सामने आया कि उनके पास उनके रसूल स्पष्ट प्रमाण लेकर आते रहे, किन्तु उन्होंने इनकार किया। अन्ततः अल्लाह ने उन्हें पकड़ लिया। निश्चय ही वह बड़ी शक्तिवाला, सज़ा देने में अत्याधिक कठोर है
English Sahih:
That was because their messengers were coming to them with clear proofs, but they disbelieved, so Allah seized them. Indeed, He is Powerful and severe in punishment. ([40] Ghafir : 22)