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تَنْزِيْلُ الْكِتٰبِ مِنَ اللّٰهِ الْعَزِيْزِ الْعَلِيْمِۙ  ( غافر: ٢ )

(The) revelation
تَنزِيلُ
नाज़िल करना है
(of) the Book
ٱلْكِتَٰبِ
किताब का
(is) from
مِنَ
अल्लाह की तरफ़ से
Allah
ٱللَّهِ
अल्लाह की तरफ़ से
the All-Mighty
ٱلْعَزِيزِ
जो बहुत ज़बरदस्त है
the All-Knower
ٱلْعَلِيمِ
ख़ूब इल्म वाला है

Tanzeelu alkitabi mina Allahi al'azeezi al'aleemi (Ghāfir 40:2)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

इस किताब का अवतरण प्रभुत्वशाली, सर्वज्ञ अल्लाह की ओर से है,

English Sahih:

The revelation of the Book [i.e., the Quran] is from Allah, the Exalted in Might, the Knowing, ([40] Ghafir : 2)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

(इस) किताब (कुरान) का नाज़िल करना (ख़ास बारगाहे) ख़ुदा से है जो (सबसे) ग़ालिब बड़ा वाक़िफ़कार है