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لِلرِّجَالِ نَصِيْبٌ مِّمَّا تَرَكَ الْوَالِدٰنِ وَالْاَقْرَبُوْنَۖ وَلِلنِّسَاۤءِ نَصِيْبٌ مِّمَّا تَرَكَ الْوَالِدٰنِ وَالْاَقْرَبُوْنَ مِمَّا قَلَّ مِنْهُ اَوْ كَثُرَ ۗ نَصِيْبًا مَّفْرُوْضًا  ( النساء: ٧ )

For the men
لِّلرِّجَالِ
मर्दों के लिए
a portion
نَصِيبٌ
एक हिस्सा है
of what
مِّمَّا
उसमें से जो
(is) left
تَرَكَ
छोड़ जाऐं
(by) the parents
ٱلْوَٰلِدَانِ
वालिदैन
and the near relatives
وَٱلْأَقْرَبُونَ
और क़राबतदार
and for the women
وَلِلنِّسَآءِ
और औरतों के लिए
a portion
نَصِيبٌ
एक हिस्सा है
of what
مِّمَّا
उसमें से जो
(is) left
تَرَكَ
छोड़ जाऐं
(by) parents
ٱلْوَٰلِدَانِ
वालिदैन
and the near relatives
وَٱلْأَقْرَبُونَ
और क़राबतदार
of what
مِمَّا
उसमें से जो
(is) little
قَلَّ
क़लील हो
of it
مِنْهُ
उस (माल) में से
or
أَوْ
या
much -
كَثُرَۚ
कसीर/ज़्यादा हो
a portion
نَصِيبًا
हिस्सा है
obligatory
مَّفْرُوضًا
फ़र्ज़ किया गया

Lilrrijali naseebun mimma taraka alwalidani waalaqraboona walilnnisai naseebun mimma taraka alwalidani waalaqraboona mimma qalla minhu aw kathura naseeban mafroodan (an-Nisāʾ 4:7)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

पुरुषों का उस माल में एक हिस्सा है जो माँ-बाप और नातेदारों ने छोड़ा हो; और स्त्रियों का भी उस माल में एक हिस्सा है जो माल माँ-बाप और नातेदारों ने छोड़ा हो - चाह वह थोड़ा हो या अधिक हो - यह हिस्सा निश्चित किया हुआ है

English Sahih:

For men is a share of what the parents and close relatives leave, and for women is a share of what the parents and close relatives leave, be it little or much – an obligatory share. ([4] An-Nisa : 7)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

मॉ बाप और क़राबतदारों के तर्के में कुछ हिस्सा ख़ास मर्दों का है और उसी तरह माँ बाब और क़राबतदारो के तरके में कुछ हिस्सा ख़ास औरतों का भी है ख्वाह तर्क कम हो या ज्यादा (हर शख्स का) हिस्सा (हमारी तरफ़ से) मुक़र्रर किया हुआ है