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اِنَّ الَّذِيْنَ كَفَرُوْا بِاٰيٰتِنَا سَوْفَ نُصْلِيْهِمْ نَارًاۗ كُلَّمَا نَضِجَتْ جُلُوْدُهُمْ بَدَّلْنٰهُمْ جُلُوْدًا غَيْرَهَا لِيَذُوْقُوا الْعَذَابَۗ اِنَّ اللّٰهَ كَانَ عَزِيْزًا حَكِيْمًا   ( النساء: ٥٦ )

Indeed
إِنَّ
बेशक
those who
ٱلَّذِينَ
वो जिन्होंने
disbelieved
كَفَرُوا۟
कुफ़्र किया
in Our Signs
بِـَٔايَٰتِنَا
साथ हमारी आयात के
soon
سَوْفَ
अनक़रीब
We will burn them
نُصْلِيهِمْ
हम जलाऐंगे उन्हें
(in) a Fire
نَارًا
आग में
Every time
كُلَّمَا
जब भी
are roasted
نَضِجَتْ
पक जाऐंगीं
their skins
جُلُودُهُم
खालें उनकी
We will change their
بَدَّلْنَٰهُمْ
बदल देंगे हम उन्हें
skins
جُلُودًا
खालें
for other (than) that
غَيْرَهَا
अलावा उनके
so that they may taste
لِيَذُوقُوا۟
ताकि वो चखें
the punishment
ٱلْعَذَابَۗ
अज़ाब को
Indeed
إِنَّ
बेशक
Allah
ٱللَّهَ
अल्लाह
is
كَانَ
है
All-Mighty
عَزِيزًا
बहुत ज़बरदस्त
All-Wise
حَكِيمًا
बहुत हिकमत वाला

Inna allatheena kafaroo biayatina sawfa nusleehim naran kullama nadijat julooduhum baddalnahum juloodan ghayraha liyathooqoo al'athaba inna Allaha kana 'azeezan hakeeman (an-Nisāʾ 4:56)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

जिन लोगों ने हमारी आयतों का इनकार किया, उन्हें हम जल्द ही आग में झोंकेंगे। जब भी उनकी खालें पक जाएँगी, तो हम उन्हें दूसरी खालों में बदल दिया करेंगे, ताकि वे यातना का मज़ा चखते ही रहें। निस्संदेह अल्लाह प्रभुत्वशाली, तत्वदर्शी है

English Sahih:

Indeed, those who disbelieve in Our verses – We will drive them into a fire. Every time their skins are roasted through, We will replace them with other skins so they may taste the punishment. Indeed, Allah is ever Exalted in Might and Wise. ([4] An-Nisa : 56)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

(याद रहे) कि जिन लोगों ने हमारी आयतों से इन्कार किया उन्हें ज़रूर अनक़रीब जहन्नुम की आग में झोंक देंगे (और जब उनकी खालें जल कर) जल जाएंगी तो हम उनके लिए दूसरी खालें बदल कर पैदा करे देंगे ताकि वह अच्छी तरह अज़ाब का मज़ा चखें बेशक ख़ुदा हरचीज़ पर ग़ालिब और हिकमत वाला है