ۨالَّذِيْنَ يَبْخَلُوْنَ وَيَأْمُرُوْنَ النَّاسَ بِالْبُخْلِ وَيَكْتُمُوْنَ مَآ اٰتٰىهُمُ اللّٰهُ مِنْ فَضْلِهٖۗ وَاَعْتَدْنَا لِلْكٰفِرِيْنَ عَذَابًا مُّهِيْنًاۚ ( النساء: ٣٧ )
Those who
ٱلَّذِينَ
वो लोग जो
are stingy
يَبْخَلُونَ
बुख़्ल करते हैं
and order
وَيَأْمُرُونَ
और वो हुक्म देते हैं
the people
ٱلنَّاسَ
लोगों को
[of] stinginess
بِٱلْبُخْلِ
बुख़्ल का
and hide
وَيَكْتُمُونَ
और वो छुपाते हैं
what
مَآ
उसको जो
(has) given them
ءَاتَىٰهُمُ
दिया उन्हें
Allah
ٱللَّهُ
अल्लाह ने
of
مِن
अपने फ़ज़ल से
His Bounty
فَضْلِهِۦۗ
अपने फ़ज़ल से
and We (have) prepared
وَأَعْتَدْنَا
और तैयार कर रखा है हमने
for the disbelievers
لِلْكَٰفِرِينَ
काफ़िरों के लिए
a punishment
عَذَابًا
अज़ाब
humiliating
مُّهِينًا
रुस्वा करने वाला
Allatheena yabkhaloona wayamuroona alnnasa bialbukhli wayaktumoona ma atahumu Allahu min fadlihi waa'tadna lilkafireena 'athaban muheenan (an-Nisāʾ 4:37)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
वे जो स्वयं कंजूसी करते है और लोगों को भी कंजूसी पर उभारते है और अल्लाह ने अपने उदार दान से जो कुछ उन्हें दे रखा होता है, उसे छिपाते है, जो हमने अकृतज्ञ लोगों के लिए अपमानजनक यातना तैयार कर रखी है
English Sahih:
Who are stingy and enjoin upon [other] people stinginess and conceal what Allah has given them of His bounty – and We have prepared for the disbelievers a humiliating punishment – ([4] An-Nisa : 37)