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وَلَا تَتَمَنَّوْا مَا فَضَّلَ اللّٰهُ بِهٖ بَعْضَكُمْ عَلٰى بَعْضٍ ۗ لِلرِّجَالِ نَصِيْبٌ مِّمَّا اكْتَسَبُوْا ۗ وَلِلنِّسَاۤءِ نَصِيْبٌ مِّمَّا اكْتَسَبْنَ ۗوَسْـَٔلُوا اللّٰهَ مِنْ فَضْلِهٖ ۗ اِنَّ اللّٰهَ كَانَ بِكُلِّ شَيْءٍ عَلِيْمًا   ( النساء: ٣٢ )

And (do) not
وَلَا
और ना
covet
تَتَمَنَّوْا۟
तुम तमन्ना करो
what
مَا
उसकी जो
(has) bestowed
فَضَّلَ
फ़ज़ीलत दी
Allah
ٱللَّهُ
अल्लाह ने
[with it]
بِهِۦ
साथ उसके
some of you
بَعْضَكُمْ
तुम्हारे बाज़ को
over
عَلَىٰ
बाज़ पर
others
بَعْضٍۚ
बाज़ पर
For men
لِّلرِّجَالِ
मर्दों के लिए है
(is) a share
نَصِيبٌ
एक हिस्सा
of what
مِّمَّا
उसमें से जो
they earned
ٱكْتَسَبُوا۟ۖ
उन्होंने कमाया
and for women
وَلِلنِّسَآءِ
और औरतों के लिए है
(is) a share
نَصِيبٌ
एक हिस्सा
of what
مِّمَّا
उसमें से जो
they earned
ٱكْتَسَبْنَۚ
उन्होंने कमाया
And ask
وَسْـَٔلُوا۟
और सवाल करो
Allah
ٱللَّهَ
अल्लाह से
of
مِن
उसके फज़ल का
His Bounty
فَضْلِهِۦٓۗ
उसके फज़ल का
Indeed
إِنَّ
बेशक
Allah
ٱللَّهَ
अल्लाह
is
كَانَ
है
of every
بِكُلِّ
हर
thing
شَىْءٍ
चीज़ को
All-Knower
عَلِيمًا
ख़ूब जानने वाला

Wala tatamannaw ma faddala Allahu bihi ba'dakum 'ala ba'din lilrrijali naseebun mimma iktasaboo walilnnisai naseebun mimma iktasabna waisaloo Allaha min fadlihi inna Allaha kana bikulli shayin 'aleeman (an-Nisāʾ 4:32)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और उसकी कामना न करो जिसमें अल्लाह ने तुमसे किसी को किसी से उच्च रखा है। पुरुषों ने जो कुछ कमाया है, उसके अनुसार उनका हिस्सा है और स्त्रियों ने जो कुछ कमाया है, उसके अनुसार उनका हिस्सा है। अल्लाह से उसका उदार दान चाहो। निस्संदेह अल्लाह को हर चीज़ का ज्ञान है

English Sahih:

And do not wish for that by which Allah has made some of you exceed others. For men is a share of what they have earned, and for women is a share of what they have earned. And ask Allah of His bounty. Indeed Allah is ever, of all things, Knowing. ([4] An-Nisa : 32)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और ख़ुदा ने जो तुममें से एक दूसरे पर तरजीह दी है उसकी हवस न करो (क्योंकि फ़ज़ीलत तो आमाल से है) मर्दो को अपने किए का हिस्सा है और औरतों को अपने किए का हिस्सा और ये और बात है कि तुम ख़ुदा से उसके फज़ल व करम की ख्वाहिश करो ख़ुदा तो हर चीज़े से वाक़िफ़ है