يُرِيْدُ اللّٰهُ لِيُبَيِّنَ لَكُمْ وَيَهْدِيَكُمْ سُنَنَ الَّذِيْنَ مِنْ قَبْلِكُمْ وَيَتُوْبَ عَلَيْكُمْ ۗ وَاللّٰهُ عَلِيْمٌ حَكِيْمٌ ( النساء: ٢٦ )
Wishes
يُرِيدُ
चाहता है
Allah
ٱللَّهُ
अल्लाह
to make clear
لِيُبَيِّنَ
कि वो वाज़ेह कर दे
to you
لَكُمْ
तुम्हारे लिए
and to guide you
وَيَهْدِيَكُمْ
और वो हिदायत दे तुम्हें
(to) ways
سُنَنَ
तरीक़ों की
(of) those
ٱلَّذِينَ
उन लोगों के जो
from
مِن
तुमसे पहले थे
before you
قَبْلِكُمْ
तुमसे पहले थे
and (to) accept repentance
وَيَتُوبَ
और वो मेहरबान हो
from you
عَلَيْكُمْۗ
तुम पर
And Allah
وَٱللَّهُ
और अल्लाह
(is) All-Knowing
عَلِيمٌ
बहुत इल्म वाला है
All-Wise
حَكِيمٌ
बहुत हिकमत वाला है
Yureedu Allahu liyubayyina lakum wayahdiyakum sunana allatheena min qablikum wayatooba 'alaykum waAllahu 'aleemun hakeemun (an-Nisāʾ 4:26)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
अल्लाह चाहता है कि तुमपर स्पष्ट कर दे और तुम्हें उन लोगों के तरीक़ों पर चलाए, जो तुमसे पहले हुए है और तुमपर दयादृष्टि करे। अल्लाह तो सब कुछ जाननेवाला, तत्वदर्शी है
English Sahih:
Allah wants to make clear to you [the lawful from the unlawful] and guide you to the [good] practices of those before you and to accept your repentance. And Allah is Knowing and Wise. ([4] An-Nisa : 26)