فَبِظُلْمٍ مِّنَ الَّذِيْنَ هَادُوْا حَرَّمْنَا عَلَيْهِمْ طَيِّبٰتٍ اُحِلَّتْ لَهُمْ وَبِصَدِّهِمْ عَنْ سَبِيْلِ اللّٰهِ كَثِيْرًاۙ ( النساء: ١٦٠ )
Then for (the) wrongdoing
فَبِظُلْمٍ
पस बवजह ज़ुल्म के
of
مِّنَ
उन लोगों के जो
those who
ٱلَّذِينَ
उन लोगों के जो
were Jews
هَادُوا۟
यहूदी बन गए
We made unlawful
حَرَّمْنَا
हराम कर दीं हमने
for them
عَلَيْهِمْ
उन पर
good things
طَيِّبَٰتٍ
पाकीज़ा चीज़ें
which had been lawful
أُحِلَّتْ
जो हलाल की गई थीं
for them
لَهُمْ
उनके लिए
and for their hindering
وَبِصَدِّهِمْ
और बवजह उनके रोकने के
from
عَن
रास्ते से
(the) way
سَبِيلِ
रास्ते से
(of) Allah -
ٱللَّهِ
अल्लाह के
many
كَثِيرًا
अक्सरियत को
Fabithulmin mina allatheena hadoo harramna 'alayhim tayyibatin ohillat lahum wabisaddihim 'an sabeeli Allahi katheeran (an-Nisāʾ 4:160)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
सारांश यह कि यहूदियों के अत्याचार के कारण हमने बहुत-सी अच्छी पाक चीज़े उनपर हराम कर दी, जो उनके लिए हलाल थी और उनके प्रायः अल्लाह के मार्ग से रोकने के कारण;
English Sahih:
For wrongdoing on the part of the Jews, We made unlawful for them [certain] good foods which had been lawful to them, and for their averting from the way of Allah many [people], ([4] An-Nisa : 160)