Skip to main content

مَا يَفْعَلُ اللّٰهُ بِعَذَابِكُمْ اِنْ شَكَرْتُمْ وَاٰمَنْتُمْۗ وَكَانَ اللّٰهُ شَاكِرًا عَلِيْمًا ۔  ( النساء: ١٤٧ )

What
مَّا
क्या
would do
يَفْعَلُ
करेगा
Allah
ٱللَّهُ
अल्लाह
by punishing you
بِعَذَابِكُمْ
तुम्हें अज़ाब देकर
if
إِن
अगर
you are grateful
شَكَرْتُمْ
शुक्र करो तुम
and you believe?
وَءَامَنتُمْۚ
और ईमान ले आओ तुम
And is
وَكَانَ
और है
Allah
ٱللَّهُ
अल्लाह
All-Appreciative
شَاكِرًا
क़द्रदान
All-Knowing
عَلِيمًا
बहुत इल्म वाला

Ma yaf'alu Allahu bi'athabikum in shakartum waamantum wakana Allahu shakiran 'aleeman (an-Nisāʾ 4:147)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

अल्लाह को तुम्हें यातना देकर क्या करना है, यदि तुम कृतज्ञता दिखलाओ और ईमान लाओ? अल्लाह गुणग्राहक, सब कुछ जाननेवाला है

English Sahih:

What would Allah do with [i.e., gain from] your punishment if you are grateful and believe? And ever is Allah Appreciative and Knowing. ([4] An-Nisa : 147)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

अगर तुमने ख़ुदा का शुक्र किया और उसपर ईमान लाए तो ख़ुदा तुम पर अज़ाब करके क्या करेगा बल्कि ख़ुदा तो (ख़ुद शुक्र करने वालों का) क़दरदॉ और वाक़िफ़कार है