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سَتَجِدُونَ
अनक़रीब तुम पाओगे
ءَاخَرِينَ
कुछ दूसरों को
يُرِيدُونَ
वो चाहते हैं
أَن
कि
يَأْمَنُوكُمْ
वो अमन में रहें तुम से
وَيَأْمَنُوا۟
और वो अमन में रहें
قَوْمَهُمْ
अपनी क़ौम से
كُلَّ
जब कभी
مَا
जब कभी
رُدُّوٓا۟
वो लौटाए जाते हैं
إِلَى
तरफ़ फ़ितने के
ٱلْفِتْنَةِ
तरफ़ फ़ितने के
أُرْكِسُوا۟
वो उल्टा दिए जाते हैं
فِيهَاۚ
उसमें
فَإِن
फिर अगर
لَّمْ
ना
يَعْتَزِلُوكُمْ
वो अलग रहें तुम से
وَيُلْقُوٓا۟
और (ना) वो डालें
إِلَيْكُمُ
तरफ़ तुम्हारे
ٱلسَّلَمَ
सुलह को
وَيَكُفُّوٓا۟
और (ना) वो रोकें
أَيْدِيَهُمْ
अपने हाथों को
فَخُذُوهُمْ
तो पकड़ो उन्हें
وَٱقْتُلُوهُمْ
और क़त्ल करो उन्हें
حَيْثُ
जहाँ कहीं
ثَقِفْتُمُوهُمْۚ
पाओ तुम उन्हें
وَأُو۟لَٰٓئِكُمْ
और यही वो लोग हैं
جَعَلْنَا
बनाया हमने
لَكُمْ
तुम्हारे लिए
عَلَيْهِمْ
जिन पर
سُلْطَٰنًا
ग़लबा
مُّبِينًا
वाज़ेह

Satajidoona akhareena yureedoona an yamanookum wayamanoo qawmahum kulla ma ruddoo ila alfitnati orkisoo feeha fain lam ya'tazilookum wayulqoo ilaykumu alssalama wayakuffoo aydiyahum fakhuthoohum waoqtuloohum haythu thaqiftumoohum waolaikum ja'alna lakum 'alayhim sultanan mubeenan

अब तुम कुछ ऐसे लोगों को भी पाओगे, जो चाहते है कि तुम्हारी ओर से निश्चिन्त होकर रहें और अपने लोगों की ओर से भी निश्चिन्त होकर रहे। परन्तु जब भी वे फ़साद और उपद्रव की ओर फेरे गए तो वे उसी में औधे जो गिरे। तो यदि वे तुमसे अलग-थलग न रहें और तुम्हारी ओर सुलह का हाथ न बढ़ाएँ, और अपने हाथ न रोकें, तो तुम उन्हें पकड़ो और क़त्ल करो, जहाँ कहीं भी तुम उन्हें पाओ। उनके विरुद्ध हमने तुम्हें खुला अधिकार दे रखा है

Tafseer (तफ़सीर )

وَمَا
और नहीं
كَانَ
है
لِمُؤْمِنٍ
किसी मोमिन के लिए
أَن
कि
يَقْتُلَ
वो क़त्ल कर दे
مُؤْمِنًا
किसी मोमिन को
إِلَّا
मगर
خَطَـًٔاۚ
ख़ता से
وَمَن
और जो
قَتَلَ
क़त्ल करे
مُؤْمِنًا
किसी मोमिन को
خَطَـًٔا
ख़ता से
فَتَحْرِيرُ
तो आज़ाद करना है
رَقَبَةٍ
एक गर्दन (ग़ुलाम)
مُّؤْمِنَةٍ
मोमिन का
وَدِيَةٌ
और दियत
مُّسَلَّمَةٌ
जो सुपुर्द की जाएगी
إِلَىٰٓ
तरफ़
أَهْلِهِۦٓ
उसके अहल (वारिस) के
إِلَّآ
मगर
أَن
ये कि
يَصَّدَّقُوا۟ۚ
वो माफ़ कर दें
فَإِن
फिर अगर
كَانَ
है वो
مِن
ऐसी क़ौम से
قَوْمٍ
ऐसी क़ौम से
عَدُوٍّ
जो दुश्मन है
لَّكُمْ
तुम्हारी
وَهُوَ
और वो
مُؤْمِنٌ
मोमिन है
فَتَحْرِيرُ
तो आज़ाद करना है
رَقَبَةٍ
एक गर्दन (ग़ुलाम)
مُّؤْمِنَةٍۖ
मोमिन का
وَإِن
और अगर
كَانَ
है वो
مِن
उस क़ौम से
قَوْمٍۭ
उस क़ौम से
بَيْنَكُمْ
दर्मियान तुम्हारे
وَبَيْنَهُم
और दर्मियान उनके
مِّيثَٰقٌ
पुख़्ता अहद है
فَدِيَةٌ
तो दियत
مُّسَلَّمَةٌ
जो सुपुर्द की जाएगी
إِلَىٰٓ
तरफ़
أَهْلِهِۦ
उसके अहल (वारिस) के
وَتَحْرِيرُ
और आज़ाद करना है
رَقَبَةٍ
एक गर्दन (ग़ुलाम)
مُّؤْمِنَةٍۖ
मोमिन का
فَمَن
तो जो कोई
لَّمْ
ना
يَجِدْ
पाए
فَصِيَامُ
पस रोज़े रखना है
شَهْرَيْنِ
दो माह
مُتَتَابِعَيْنِ
मुसलसल/ पै-दर-पै
تَوْبَةً
तौबा का (क़ुबूल करना है)
مِّنَ
अल्लाह की तरफ़ से
ٱللَّهِۗ
अल्लाह की तरफ़ से
وَكَانَ
और है
ٱللَّهُ
अल्लाह
عَلِيمًا
बहुत इल्म वाला
حَكِيمًا
बहुत हिकमत वाला

Wama kana limuminin an yaqtula muminan illa khataan waman qatala muminan khataan fatahreeru raqabatin muminatin wadiyatun musallamatun ila ahlihi illa an yassaddaqoo fain kana min qawmin 'aduwwin lakum wahuwa muminun fatahreeru raqabatin muminatin wain kana min qawmin baynakum wabaynahum meethaqun fadiyatun musallamatun ila ahlihi watahreeru raqabatin muminatin faman lam yajid fasiyamu shahrayni mutatabi'ayni tawbatan mina Allahi wakana Allahu 'aleeman hakeeman

किसी ईमानवाले का यह काम नहीं कि वह किसी ईमानवाले का हत्या करे, भूल-चूक की बात और है। और यदि कोई क्यक्ति यदि ग़लती से किसी ईमानवाले की हत्या कर दे, तो एक मोमिन ग़ुलाम को आज़ाद करना होगा और अर्थदंड उस (मारे गए क्यक्ति) के घरवालों को सौंपा जाए। यह और बात है कि वे अपनी ख़ुशी से छोड़ दें। और यदि वह उन लोगों में से हो, जो तुम्हारे शत्रु हों और वह (मारा जानेवाला) स्वयं मोमिन रहा तो एक मोमिन को ग़ुलामी से आज़ाद करना होगा। और यदि वह उन लोगों में से हो कि तुम्हारे और उनके बीच कोई संधि और समझौता हो, तो अर्थदंड उसके घरवालों को सौंपा जाए और एक मोमिन को ग़ुलामी से आज़ाद करना होगा। लेकिन जो (ग़ुलाम) न पाए तो वह निरन्तर दो मास के रोज़े रखे। यह अल्लाह की ओर से निश्चित किया हुआ उसकी तरफ़ पलट आने का तरीक़ा है। अल्लाह तो सब कुछ जाननेवाला, तत्वदर्शी है

Tafseer (तफ़सीर )

وَمَن
और जो
يَقْتُلْ
क़त्ल करे
مُؤْمِنًا
किसी मोमिन को
مُّتَعَمِّدًا
जान बूझकर
فَجَزَآؤُهُۥ
तो बदला है उसका
جَهَنَّمُ
जहन्नम
خَٰلِدًا
हमेशा रहने वाला है
فِيهَا
उसमें
وَغَضِبَ
और ग़ज़बनाक हुआ
ٱللَّهُ
अल्लाह
عَلَيْهِ
उस पर
وَلَعَنَهُۥ
और उसने लानत की उस पर
وَأَعَدَّ
और उसने तैयार कर रखा है
لَهُۥ
उसके लिए
عَذَابًا
अज़ाब
عَظِيمًا
बहुत बड़ा

Waman yaqtul muminan muta'ammidan fajazaohu jahannamu khalidan feeha waghadiba Allahu 'alayhi wala'anahu waa'adda lahu 'athaban 'atheeman

और जो व्यक्ति जान-बूझकर किसी मोमिन की हत्या करे, तो उसका बदला जहन्नम है, जिसमें वह सदा रहेगा; उसपर अल्लाह का प्रकोप और उसकी फिटकार है और उसके लिए अल्लाह ने बड़ी यातना तैयार कर रखी है

Tafseer (तफ़सीर )

يَٰٓأَيُّهَا
ऐ लोगो जो
ٱلَّذِينَ
ऐ लोगो जो
ءَامَنُوٓا۟
ईमान लाए हो
إِذَا
जब
ضَرَبْتُمْ
सफ़र करो तुम
فِى
अल्लाह के रास्ते में
سَبِيلِ
अल्लाह के रास्ते में
ٱللَّهِ
अल्लाह के रास्ते में
فَتَبَيَّنُوا۟
तो तहक़ीक़ कर लिया करो
وَلَا
और ना
تَقُولُوا۟
तुम कहो
لِمَنْ
उसके लिए जो
أَلْقَىٰٓ
डाले
إِلَيْكُمُ
तरफ़ तुम्हारे
ٱلسَّلَٰمَ
सलाम
لَسْتَ
नहीं हो तुम
مُؤْمِنًا
मोमिन
تَبْتَغُونَ
तुम चाहते हो
عَرَضَ
सामान
ٱلْحَيَوٰةِ
ज़िन्दगी का
ٱلدُّنْيَا
दुनिया की
فَعِندَ
तो पास
ٱللَّهِ
अल्लाह के
مَغَانِمُ
ग़नीमतें हैं
كَثِيرَةٌۚ
बहुत सी
كَذَٰلِكَ
इसी तरह
كُنتُم
थे तुम
مِّن
इससे पहले
قَبْلُ
इससे पहले
فَمَنَّ
तो एहसान किया
ٱللَّهُ
अल्लाह ने
عَلَيْكُمْ
तुम पर
فَتَبَيَّنُوٓا۟ۚ
पस तहक़ीक़ कर लिया करो
إِنَّ
बेशक
ٱللَّهَ
अल्लाह
كَانَ
है
بِمَا
उसकी जो
تَعْمَلُونَ
तुम अमल करते हो
خَبِيرًا
ख़ूब ख़बर रखने वाला

Ya ayyuha allatheena amanoo itha darabtum fee sabeeli Allahi fatabayyanoo wala taqooloo liman alqa ilaykumu alssalama lasta muminan tabtaghoona 'arada alhayati alddunya fa'inda Allahi maghanimu katheeratun kathalika kuntum min qablu famanna Allahu 'alaykum fatabayyanoo inna Allaha kana bima ta'maloona khabeeran

ऐ ईमान लानेवालो! जब तुम अल्लाह के मार्ग से निकलो तो अच्छी तरह पता लगा लो और जो तुम्हें सलाम करे, उससे यह न कहो कि तुम ईमान नहीं रखते, और इससे तुम्हारा ध्येय यह हो कि सांसारिक जीवन का माल प्राप्त करो। अल्लाह ने तुमपर उपकार किया, जो अच्छी तरह पता लगा लिया करो। जो कुछ तुम करते हो अल्लाह उसकी पूरी ख़बर रखता है

Tafseer (तफ़सीर )

لَّا
नहीं बराबर हो सकते
يَسْتَوِى
नहीं बराबर हो सकते
ٱلْقَٰعِدُونَ
जो बैठने वाले हैं
مِنَ
मोमिनों में से
ٱلْمُؤْمِنِينَ
मोमिनों में से
غَيْرُ
सिवाय
أُو۟لِى
ज़रर वालों (माज़ूर) के
ٱلضَّرَرِ
ज़रर वालों (माज़ूर) के
وَٱلْمُجَٰهِدُونَ
और जो जिहाद करने वाले हैं
فِى
अल्लाह के रास्ते में
سَبِيلِ
अल्लाह के रास्ते में
ٱللَّهِ
अल्लाह के रास्ते में
بِأَمْوَٰلِهِمْ
साथ अपने मालों के
وَأَنفُسِهِمْۚ
और अपनी जानों के
فَضَّلَ
फ़ज़ीलत दी
ٱللَّهُ
अल्लाह ने
ٱلْمُجَٰهِدِينَ
जिहाद करने वालों को
بِأَمْوَٰلِهِمْ
साथ अपने मालों के
وَأَنفُسِهِمْ
और अपनी जानों के
عَلَى
बैठने वालों पर
ٱلْقَٰعِدِينَ
बैठने वालों पर
دَرَجَةًۚ
दर्जे में
وَكُلًّا
और हर एक से
وَعَدَ
वादा कर रखा है
ٱللَّهُ
अल्लाह ने
ٱلْحُسْنَىٰۚ
अच्छा
وَفَضَّلَ
और फ़ज़ीलत दी
ٱللَّهُ
अल्लाह ने
ٱلْمُجَٰهِدِينَ
जिहाद करने वालों को
عَلَى
बैठने वालों पर
ٱلْقَٰعِدِينَ
बैठने वालों पर
أَجْرًا
अजर की
عَظِيمًا
बहुत बड़े

La yastawee alqa'idoona mina almumineena ghayru olee alddarari waalmujahidoona fee sabeeli Allahi biamwalihim waanfusihim faddala Allahu almujahideena biamwalihim waanfusihim 'ala alqa'ideena darajatan wakullan wa'ada Allahu alhusna wafaddala Allahu almujahideena 'ala alqa'ideena ajran 'atheeman

ईमानवालों में से वे लोग जो बिना किसी कारण के बैठे रहते है और जो अल्लाह के मार्ग में अपने धन और प्राणों के साथ जी-तोड़ कोशिश करते है, दोनों समान नहीं हो सकते। अल्लाह ने बैठे रहनेवालों की अपेक्षा अपने धन और प्राणों से जी-तोड़ कोशिश करनेवालों का दर्जा बढ़ा रखा है। यद्यपि प्रत्यके के लिए अल्लाह ने अच्छे बदले का वचन दिया है। परन्तु अल्लाह ने जी-तोड़ कोशिश करनेवालों का बड़ा बदला रखा है

Tafseer (तफ़सीर )

دَرَجَٰتٍ
दरजात हैं
مِّنْهُ
उसकी तरफ़ से
وَمَغْفِرَةً
और बख़्शिश
وَرَحْمَةًۚ
और रहमत है
وَكَانَ
और है
ٱللَّهُ
अल्लाह
غَفُورًا
बहुत बख़्शने वाला
رَّحِيمًا
निहायत रहम करने वाला

Darajatin minhu wamaghfiratan warahmatan wakana Allahu ghafooran raheeman

उसकी ओर से दर्जे है और क्षमा और दयालुता है। और अल्लाह अत्यन्त क्षमाशील, दयावान है

Tafseer (तफ़सीर )

إِنَّ
बेशक
ٱلَّذِينَ
वो जो
تَوَفَّىٰهُمُ
फ़ौत करते हैं उन्हें
ٱلْمَلَٰٓئِكَةُ
फ़रिश्ते
ظَالِمِىٓ
ज़ुल्म करने वाले हैं (जब कि वो)
أَنفُسِهِمْ
अपनी जानों पर
قَالُوا۟
वो कहते हैं
فِيمَ
किस (हाल) में
كُنتُمْۖ
थे तुम
قَالُوا۟
वो कहते हैं
كُنَّا
थे हम
مُسْتَضْعَفِينَ
कमज़ोर
فِى
ज़मीन में
ٱلْأَرْضِۚ
ज़मीन में
قَالُوٓا۟
वो कहते हैं
أَلَمْ
क्या नहीं
تَكُنْ
थी
أَرْضُ
ज़मीन
ٱللَّهِ
अल्लाह की
وَٰسِعَةً
वसीअ
فَتُهَاجِرُوا۟
पस तुम हिजरत कर जाते
فِيهَاۚ
उसमें
فَأُو۟لَٰٓئِكَ
तो यही लोग हैं
مَأْوَىٰهُمْ
ठिकाना उनका
جَهَنَّمُۖ
जहन्नम है
وَسَآءَتْ
और कितना बुरा है
مَصِيرًا
ठिकाना

Inna allatheena tawaffahumu almalaikatu thalimee anfusihim qaloo feema kuntum qaloo kunna mustad'afeena fee alardi qaloo alam takun ardu Allahi wasi'atan fatuhajiroo feeha faolaika mawahum jahannamu wasaat maseeran

जो लोग अपने-आप पर अत्याचार करते है, जब फ़रिश्ते उस दशा में उनके प्राण ग्रस्त कर लेते है, तो कहते है, 'तुम किस दशा में पड़े रहे?' वे कहते है, 'हम धरती में निर्बल और बेबस थे।' फ़रिश्ते कहते है, 'क्या अल्लाह की धरती विस्तृत न थी कि तुम उसमें घर-बार छोड़कर कहीं ओर चले जाते?' तो ये वही लोग है जिनका ठिकाना जहन्नम है। - और वह बहुत ही बुरा ठिकाना है

Tafseer (तफ़सीर )

إِلَّا
सिवाय (उनके)
ٱلْمُسْتَضْعَفِينَ
जो कमज़ोर हैं
مِنَ
मर्दों में से
ٱلرِّجَالِ
मर्दों में से
وَٱلنِّسَآءِ
और औरतों में से
وَٱلْوِلْدَٰنِ
और बच्चों में से
لَا
नहीं वो इस्तिताअत रखते
يَسْتَطِيعُونَ
नहीं वो इस्तिताअत रखते
حِيلَةً
किसी हीले / तदबीर की
وَلَا
और नहीं
يَهْتَدُونَ
वो पाते
سَبِيلًا
कोई रास्ता

Illa almustad'afeena mina alrrijali waalnnisai waalwildani la yastatee'oona heelatan wala yahtadoona sabeelan

सिवाय उन बेबस पुरुषों, स्त्रियों और बच्चों के जिनके बस में कोई उपाय नहीं और न कोई राह पा रहे है;

Tafseer (तफ़सीर )

فَأُو۟لَٰٓئِكَ
पस यही लोग
عَسَى
उम्मीद है
ٱللَّهُ
अल्लाह
أَن
ये कि
يَعْفُوَ
दरगुज़र करे
عَنْهُمْۚ
उन से
وَكَانَ
और है
ٱللَّهُ
अल्लाह
عَفُوًّا
बहुत माफ़ करने वाला
غَفُورًا
बहुत बख़्शने वाला

Faolaika 'asa Allahu an ya'fuwa 'anhum wakana Allahu 'afuwwan ghafooran

तो सम्भव है कि अल्लाह ऐसे लोगों को छोड़ दे; क्योंकि अल्लाह छोड़ देनेवाला और बड़ा क्षमाशील है

Tafseer (तफ़सीर )

وَمَن
और जो कोई
يُهَاجِرْ
हिजरत करेगा
فِى
अल्लाह के रास्ते में
سَبِيلِ
अल्लाह के रास्ते में
ٱللَّهِ
अल्लाह के रास्ते में
يَجِدْ
वो पाएगा
فِى
ज़मीन में
ٱلْأَرْضِ
ज़मीन में
مُرَٰغَمًا
जाए पनाह
كَثِيرًا
बहुत सी
وَسَعَةًۚ
और वुसअत
وَمَن
और जो कोई
يَخْرُجْ
निकलेगा
مِنۢ
अपने घर से
بَيْتِهِۦ
अपने घर से
مُهَاجِرًا
हिजरत करते हुए
إِلَى
तरफ़ अल्लाह के
ٱللَّهِ
तरफ़ अल्लाह के
وَرَسُولِهِۦ
और उसके रसूल के
ثُمَّ
फिर
يُدْرِكْهُ
पा ले उसे
ٱلْمَوْتُ
मौत
فَقَدْ
तो तहक़ीक़
وَقَعَ
वाक़ेअ हो गया
أَجْرُهُۥ
अजर उसका
عَلَى
अल्लाह पर
ٱللَّهِۗ
अल्लाह पर
وَكَانَ
और है
ٱللَّهُ
अल्लाह
غَفُورًا
बहुत बख़्शने वाला
رَّحِيمًا
निहायत रहम करने वाला

Waman yuhajir fee sabeeli Allahi yajid fee alardi muraghaman katheeran wasa'atan waman yakhruj min baytihi muhajiran ila Allahi warasoolihi thumma yudrikhu almawtu faqad waqa'a ajruhu 'ala Allahi wakana Allahu ghafooran raheeman

जो कोई अल्लाह के मार्ग में घरबार छोड़कर निकलेगा, वह धरती में शरण लेने की बहुत जगह और समाई पाएगा, और जो कोई अपने घर में सब कुछ छोड़कर अल्लाह और उसके रसूल की ओर निकले और उसकी मृत्यु हो जाए, तो उसका प्रतिदान अल्लाह के ज़िम्मे हो गया। अल्लाह बहुत क्षमाशील, दयावान है

Tafseer (तफ़सीर )