وَوُفِّيَتْ كُلُّ نَفْسٍ مَّا عَمِلَتْ وَهُوَ اَعْلَمُ بِمَا يَفْعَلُوْنَ ࣖ ( الزمر: ٧٠ )
And (will) be paid in full
وَوُفِّيَتْ
और पूरा-पूरा दिया जाएगा
every
كُلُّ
हर
soul
نَفْسٍ
नफ़्स को
what
مَّا
जो
it did;
عَمِلَتْ
उसने अमल किया
and He
وَهُوَ
और वो
(is the) Best-Knower
أَعْلَمُ
ज़्यादा जानता है
of what
بِمَا
जो कुछ
they do
يَفْعَلُونَ
वो करते हैं
Wawuffiyat kullu nafsin ma 'amilat wahuwa a'lamu bima yaf'aloona (az-Zumar 39:70)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
और प्रत्येक व्यक्ति को उसका किया भरपूर दिया जाएगा। और वह भली-भाँति जानता है, जो कुछ वे करते है
English Sahih:
And every soul will be fully compensated [for] what it did; and He is most knowing of what they do. ([39] Az-Zumar : 70)