وَلَقَدْ اُوْحِيَ اِلَيْكَ وَاِلَى الَّذِيْنَ مِنْ قَبْلِكَۚ لَىِٕنْ اَشْرَكْتَ لَيَحْبَطَنَّ عَمَلُكَ وَلَتَكُوْنَنَّ مِنَ الْخٰسِرِيْنَ ( الزمر: ٦٥ )
And verily
وَلَقَدْ
और अलबत्ता तहक़ीक़
it has been revealed
أُوحِىَ
वही किया गया
to you
إِلَيْكَ
तरफ़ आपके
and to
وَإِلَى
और तरफ़ उन लोगों के जो
those who
ٱلَّذِينَ
और तरफ़ उन लोगों के जो
(were) before you
مِن
आप से पहले थे
(were) before you
قَبْلِكَ
आप से पहले थे
if
لَئِنْ
अलबत्ता अगर
you associate (with Allah)
أَشْرَكْتَ
शिर्क किया आपने
surely, will become worthless
لَيَحْبَطَنَّ
यक़ीनन ज़रूर ज़ाय हो जाऐगा
your deeds
عَمَلُكَ
अमल आपका
and you will surely be
وَلَتَكُونَنَّ
और यक़ीनन ज़रूर आप हो जाऐंगे
among
مِنَ
नुक़्सान उठाने वालों में से
the losers
ٱلْخَٰسِرِينَ
नुक़्सान उठाने वालों में से
Walaqad oohiya ilayka waila allatheena min qablika lain ashrakta layahbatanna 'amaluka walatakoonanna mina alkhasireena (az-Zumar 39:65)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
तुम्हारी ओर और जो तुमसे पहले गुज़र चुके हैं उनकी ओर भी वह्यस की जा चुकी है कि 'यदि तुमने शिर्क किया तो तुम्हारा किया-धरा अनिवार्यतः अकारथ जाएगा और तुम अवश्य ही घाटे में पड़नेवालों में से हो जाओगे।'
English Sahih:
And it was already revealed to you and to those before you that if you should associate [anything] with Allah, your work would surely become worthless, and you would surely be among the losers. ([39] Az-Zumar : 65)