قَالَ يٰٓاِبْلِيْسُ مَا مَنَعَكَ اَنْ تَسْجُدَ لِمَا خَلَقْتُ بِيَدَيَّ ۗ اَسْتَكْبَرْتَ اَمْ كُنْتَ مِنَ الْعَالِيْنَ ( ص: ٧٥ )
He said
قَالَ
फ़रमाया
"O Iblis!
يَٰٓإِبْلِيسُ
ऐ इब्लीस
What
مَا
किस चीज़ ने
prevented you
مَنَعَكَ
रोका तुझे
that
أَن
इससे कि
you (should) prostrate
تَسْجُدَ
तू सजदा करे
to (one) whom
لِمَا
उसको जिसे
I created
خَلَقْتُ
पैदा किया मैं ने
with My Hands?
بِيَدَىَّۖ
अपने दोनों हाथों से
Are you arrogant
أَسْتَكْبَرْتَ
क्या तकब्बुर किया तू ने
or
أَمْ
या
are you
كُنتَ
था तू
of
مِنَ
बुलन्द मरतबा लोगों में से
the exalted ones"
ٱلْعَالِينَ
बुलन्द मरतबा लोगों में से
Qala ya ibleesu ma mana'aka an tasjuda lima khalaqtu biyadayya astakbarta am kunta mina al'aleena (Ṣād 38:75)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
कहा, 'ऐ इबलीस! तूझे किस चीज़ ने उसको सजदा करने से रोका जिसे मैंने अपने दोनों हाथों से बनाया? क्या तूने घमंड किया, या तू कोई ऊँची हस्ती है?'
English Sahih:
[Allah] said, "O Iblees, what prevented you from prostrating to that which I created with My hands? Were you arrogant [then], or were you [already] among the haughty?" ([38] Sad : 75)