مَا لَكُمْ لَا تَنْطِقُوْنَ ( الصافات: ٩٢ )
What (is)
مَا
क्या है
for you
لَكُمْ
तुम्हें
not
لَا
नहीं तुम बोलते
you speak?"
تَنطِقُونَ
नहीं तुम बोलते
Ma lakum la tantiqoona (aṣ-Ṣāffāt 37:92)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
तुम्हें क्या हुआ है कि तुम बोलते नहीं?'
English Sahih:
What is [wrong] with you that you do not speak?". ([37] As-Saffat : 92)