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اِنَّهَا شَجَرَةٌ تَخْرُجُ فِيْٓ اَصْلِ الْجَحِيْمِۙ  ( الصافات: ٦٤ )

Indeed it
إِنَّهَا
बेशक वो
(is) a tree
شَجَرَةٌ
एक दरख़्त है
that grows
تَخْرُجُ
जो निकलता/उगता है
in
فِىٓ
तह/जड़ में
(the) bottom
أَصْلِ
तह/जड़ में
(of) the Hellfire
ٱلْجَحِيمِ
जहन्नम की

Innaha shajaratun takhruju fee asli aljaheemi (aṣ-Ṣāffāt 37:64)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

वह एक वृक्ष है जो भड़कती हुई आग की तह से निकलता है

English Sahih:

Indeed, it is a tree issuing from the bottom of the Hellfire, ([37] As-Saffat : 64)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

ये वह दरख्त हैं जो जहन्नुम की तह में उगता है