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اِنَّا جَعَلْنٰهَا فِتْنَةً لِّلظّٰلِمِيْنَ  ( الصافات: ٦٣ )

Indeed We
إِنَّا
बेशक हम
[We] have made it
جَعَلْنَٰهَا
बनाया हमने उसे
a trial
فِتْنَةً
फ़ितना
for the wrongdoers
لِّلظَّٰلِمِينَ
ज़ालिमों क लिए

Inna ja'alnaha fitnatan lilththalimeena (aṣ-Ṣāffāt 37:63)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

निश्चय ही हमने उस (वृक्ष) को ज़ालिमों के लिए परीक्षा बना दिया है

English Sahih:

Indeed, We have made it a torment for the wrongdoers. ([37] As-Saffat : 63)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

जिसे हमने यक़ीनन ज़ालिमों की आज़माइश के लिए बनाया है