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اُحْشُرُوا الَّذِيْنَ ظَلَمُوْا وَاَزْوَاجَهُمْ وَمَا كَانُوْا يَعْبُدُوْنَ ۙ  ( الصافات: ٢٢ )

Gather
ٱحْشُرُوا۟
इकट्ठा करो
those who
ٱلَّذِينَ
उनको जिन्होंने
wronged
ظَلَمُوا۟
ज़ुल्म किया
and their kinds
وَأَزْوَٰجَهُمْ
और उनके साथियों को
and what
وَمَا
और उन्हें जिनकी
they used (to)
كَانُوا۟
थे वो
worship
يَعْبُدُونَ
वो इबादत करते

Ohshuroo allatheena thalamoo waazwajahum wama kanoo ya'budoona (aṣ-Ṣāffāt 37:22)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

(कहा जाएगा) 'एकत्र करो उन लोगों को जिन्होंने ज़ुल्म किया और उनके जोड़ीदारों को भी और उनको भी जिनकी अल्लाह से हटकर वे बन्दगी करते रहे है।

English Sahih:

[The angels will be ordered], "Gather those who committed wrong, their kinds, and what they used to worship ([37] As-Saffat : 22)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

(और फ़रिश्तों को हुक्म होगा कि) जो लोग (दुनिया में) सरकशी करते थे उनको और उनके साथियों को और खुदा को छोड़कर जिनकी परसतिश करते हैं