Skip to main content

هٰذَا يَوْمُ الْفَصْلِ الَّذِيْ كُنْتُمْ بِهٖ تُكَذِّبُوْنَ ࣖ  ( الصافات: ٢١ )

"This
هَٰذَا
ये है
(is the) Day
يَوْمُ
दिन
(of) Judgment
ٱلْفَصْلِ
फ़ैसले का
which
ٱلَّذِى
वो जो
you used to
كُنتُم
थे तुम
[of it]
بِهِۦ
उसे
deny"
تُكَذِّبُونَ
तुम झुठलाया करते

Hatha yawmu alfasli allathee kuntum bihi tukaththiboona (aṣ-Ṣāffāt 37:21)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

यह वही फ़ैसले का दिन है जिसे तुम झुठलाते रहे हो

English Sahih:

[They will be told], "This is the Day of Judgement which you used to deny." ([37] As-Saffat : 21)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

(जवाब आएगा) ये वही फैसले का दिन है जिसको तुम लोग (दुनिया में) झूठ समझते थे