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وَنَجَّيْنٰهُمَا وَقَوْمَهُمَا مِنَ الْكَرْبِ الْعَظِيْمِۚ   ( الصافات: ١١٥ )

And We saved both of them
وَنَجَّيْنَٰهُمَا
और निजात दी हमने उन दोनों को
and their people
وَقَوْمَهُمَا
और उन दोनों की क़ौम को
from
مِنَ
मुसीबत से
the distress
ٱلْكَرْبِ
मुसीबत से
the great
ٱلْعَظِيمِ
बहुत बड़ी

Wanajjaynahuma waqawmahuma mina alkarbi al'atheemi (aṣ-Ṣāffāt 37:115)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और हमने उन्हें और उनकी क़ौम को बड़ी घुटन और बेचैनी से छुटकारा दिया

English Sahih:

And We saved them and their people from the great affliction, ([37] As-Saffat : 115)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और खुद दोनों को और इनकी क़ौम को बड़ी (सख्त) मुसीबत से नजात दी