اَوَلَمْ يَرَوْا اَنَّا خَلَقْنَا لَهُمْ مِّمَّا عَمِلَتْ اَيْدِيْنَآ اَنْعَامًا فَهُمْ لَهَا مَالِكُوْنَ ( يس: ٧١ )
Do not
أَوَلَمْ
क्या भला नहीं
they see
يَرَوْا۟
उन्होंने देखा
that We
أَنَّا
बेशक हम
[We] created
خَلَقْنَا
पैदा किया हमने
for them
لَهُم
उनके लिए
from what
مِّمَّا
उसमें से जो
have made
عَمِلَتْ
बनाया
Our hands
أَيْدِينَآ
हमारे हाथों ने
cattle
أَنْعَٰمًا
मवेशियों को
then they
فَهُمْ
तो वो
[for them]
لَهَا
उनके
(are the) owners?
مَٰلِكُونَ
मालिक हैं
Awalam yaraw anna khalaqna lahum mimma 'amilat aydeena an'aman fahum laha malikoona (Yāʾ Sīn 36:71)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
क्या उन्होंने देखा नहीं कि हमने उनके लिए अपने हाथों की बनाई हुई चीज़ों में से चौपाए पैदा किए और अब वे उनके मालिक है?
English Sahih:
Do they not see that We have created for them from what Our hands have made, grazing livestock, and [then] they are their owners? ([36] Ya-Sin : 71)