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۞ وَمَآ اَنْزَلْنَا عَلٰى قَوْمِهٖ مِنْۢ بَعْدِهٖ مِنْ جُنْدٍ مِّنَ السَّمَاۤءِ وَمَا كُنَّا مُنْزِلِيْنَ   ( يس: ٢٨ )

And not
وَمَآ
और नहीं
We sent down
أَنزَلْنَا
उतारा हमने
upon
عَلَىٰ
उसकी क़ौम पर
his people
قَوْمِهِۦ
उसकी क़ौम पर
after him
مِنۢ
उसके बाद
after him
بَعْدِهِۦ
उसके बाद
any
مِن
कोई लश्कर
host
جُندٍ
कोई लश्कर
from
مِّنَ
आसमान से
the heaven
ٱلسَّمَآءِ
आसमान से
and not
وَمَا
और ना
were We
كُنَّا
थे हम
(to) send down
مُنزِلِينَ
उतारने वाले

Wama anzalna 'ala qawmihi min ba'dihi min jundin mina alssamai wama kunna munzileena (Yāʾ Sīn 36:28)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

उसके पश्चात उसकी क़ौम पर हमने आकाश से कोई सेना नहीं उतारी और हम इस तरह उतारा नहीं करते

English Sahih:

And We did not send down upon his people after him any soldiers from the heaven, nor would We have done so. ([36] Ya-Sin : 28)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और हमने उसके मरने के बाद उसकी क़ौम पर उनकी तबाही के लिए न तो आसमान से कोई लशकर उतारा और न हम कभी इतनी सी बात के वास्ते लशकर उतारने वाले थे