وَيَرَى الَّذِيْنَ اُوْتُوا الْعِلْمَ الَّذِيْٓ اُنْزِلَ اِلَيْكَ مِنْ رَّبِّكَ هُوَ الْحَقَّۙ وَيَهْدِيْٓ اِلٰى صِرَاطِ الْعَزِيْزِ الْحَمِيْدِ ( سبإ: ٦ )
And see
وَيَرَى
और देखते हैं
those who
ٱلَّذِينَ
वो जो
have been given
أُوتُوا۟
दिए गए
the knowledge
ٱلْعِلْمَ
इल्म
(that) what
ٱلَّذِىٓ
कि जो
is revealed
أُنزِلَ
नाज़िल किया गया
to you
إِلَيْكَ
आपकी तरफ़
from
مِن
आपके रब की तरफ़ से
your Lord
رَّبِّكَ
आपके रब की तरफ़ से
[it]
هُوَ
वो ही
(is) the Truth
ٱلْحَقَّ
हक़ है
and it guides
وَيَهْدِىٓ
और वो रहनुमाई करता है
to
إِلَىٰ
तरफ़ रास्ते के
(the) Path
صِرَٰطِ
तरफ़ रास्ते के
(of) the All-Mighty
ٱلْعَزِيزِ
बहुत ज़बरदस्त
the Praiseworthy
ٱلْحَمِيدِ
ख़ूब तारीफ़ वाले के
Wayara allatheena ootoo al'ilma allathee onzila ilayka min rabbika huwa alhaqqa wayahdee ila sirati al'azeezi alhameedi (Sabaʾ 34:6)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
जिन लोगों को ज्ञान प्राप्त हुआ है वे स्वयं देखते है कि जो कुछ तुम्हारे रब की ओर से तुम्हारी ओर अवतरित हुआ है वही सत्य है, और वह उसका मार्ग दिखाता है जो प्रभुत्वशाली, प्रशंसा का अधिकारी है
English Sahih:
And those who have been given knowledge see that what is revealed to you from your Lord is the truth, and it guides to the path of the Exalted in Might, the Praiseworthy. ([34] Saba : 6)