وَّقَالُوْٓا اٰمَنَّا بِهٖۚ وَاَنّٰى لَهُمُ التَّنَاوُشُ مِنْ مَّكَانٍۢ بَعِيْدٍۚ ( سبإ: ٥٢ )
And they will say
وَقَالُوٓا۟
और वो कहेंगे
"We believe
ءَامَنَّا
ईमान लाए हम
in it"
بِهِۦ
उस पर
But how
وَأَنَّىٰ
और कहाँ से होगा
for them
لَهُمُ
उनके लिए
(will be) the receiving
ٱلتَّنَاوُشُ
हासिल करना(ईमान का)
from
مِن
जगह से
a place
مَّكَانٍۭ
जगह से
far off?
بَعِيدٍ
दूर की
Waqaloo amanna bihi waanna lahumu alttanawushu min makanin ba'eedin (Sabaʾ 34:52)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
और कहेंगे, 'हम उसपर ईमान ले आए।' हालाँकि उनके लिए कहाँ सम्भव है कि इतने दूरस्थ स्थान से उसको पास सकें
English Sahih:
And they will [then] say, "We believe in it!" But how for them will be the taking [of faith] from a place far away? ([34] Saba : 52)